लखनऊ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को एक बार फिर साफ तौर पर कहा कि जिसको विरोध करना है करे, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) वापस नहीं होगा।
लखनऊ के बंगला बाजार स्थित रामकथा पार्क में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि सीएए के खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है, दंगे कराए जा रहे हैं जबकि इस कानून में कहीं पर भी किसी की नागरिकता लेने का कोई प्रावधान नहीं है, बल्कि इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है। शाह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का नाम लिये बगैर कहा, “कभी-कभा पढ़ लिया करो, पढ़ने से फायदा होता है।“
विपक्ष मंच चुन ले, मैं बहसा को तैयारः अमित शाह
विपक्ष पर पूरी तरह हमलावर नजर आ रहे अमित शाह ने कहा कि सीएए पर विरोधी पार्टियां दुष्प्रचार करके और भ्रम फैला रही हैं, इसीलिए भाजपा “जन जागरण अभियान” चला रही है जो देश को तोड़ने वालों के खिलाफ “जन जागृति” का अभियान है। उन्होंने कहा, “सीएए के खिलाफ दुष्प्रचार प्रचार किया जा रहा है कि इस कानून से मुस्लिमों की नागरिकता चली जाएगी। मैं चुनौती देता हूं कि मंच आप चुन लीजिये मैं इस मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हूं।”
शाह ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जुल्म हो रहा है। यह सिलसिला आजादी के वक्त से चला आ रहा है। जब देश आजाद हुआ, कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत मां के दो टुकड़े हो गए। 16 जुलाई, 1947 को कांग्रेस पार्टी ने प्रस्ताव पास करके धर्म के आधार पर विभाजन को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इन आंख के अंधे और कान के बहरे लोगों को वहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचार दिखाई नहीं दे रहा है। आफगानिस्तान और पाकिस्तान तो दूर की बात उनको अपने देश कश्मीर में लोगों पर अत्याचार दिखाई नहीं दे रहा है।
गृहमंत्री शाह ने कहा कि
महात्मा गांधी जी ने 1947 में कहा
था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख भारत
आ सकते हैं। उन्हें नागरिकता देना, गौरव
देना, भारत सरकार का कर्तव्य होना चाहिए। नेहरू जी
ने कहा था कि केंद्रीय राहत कोष का उपयोग शरणार्थियों को राहत देने के लिए करना
चाहिए। इनको नागरिकता देने के लिए जो जरूरी हो, करना
चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने कुछ नहीं किया
कांग्रेस
पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि राजस्थान
के पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि पाकिस्तान
से आए हिंदुओं, सिखों को नागरिकता दी जाएगी। आप
करो तो सही है और अब जब मोदी जी ने किया तो विरोध करते हैं।
“भाजपा मां के टुकड़े करने की बात करने वालों को कांग्रेस कर रही समर्थन”
अमित शाह ने कहा कि दो साल पहले जोएनयू में के देश विरोधी नारे लगे। मैं जनता से पूछने आया हूं कि जो भारत माता के एक हजार टुकड़े करने की बात करे उसको जेल में डालना चाहिए या नहीं? मोदी जी ने उनको जेल में डाला और ये राहुल एंड कंपनी कह रही है कि ऐसा करना वाणी स्वतंत्रता का अधिकार है।
शाह ने हमला करते हुए कहा कि अखिलेश बाबू एंड कंपनी सुन लो, हमें जितनी गालियां देनी हैं दो, हमारी पार्टी को जितनी गालियां देनी हैं दो, मगर भारत माता के खिलाफ देश में नारे जो लगाएगा उसे जेल में डाला जाएगा।
कांग्रेस ने नहीं बनने दिया राम मंदिर”
शाह ने कहा कि कांग्रेस जब तक
सत्ता में थी, तब तक अयोध्या में प्रभु
श्रीराम का मंदिर नहीं बनने दिया। कोर्ट में कपिल सिब्बल खड़े होकर केस में अड़ंगा
लगाते थे। मोदी सरकार बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट में केस तेजी से चला और अब
अयोध्या में आसमान छूने वाला श्रीराम का मंदिर बनने वाला है।
योगी बोले, गांव-गांव जाकर नागरिकता कानून पर फैले भ्रम को करें दूर
इसके पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस जनजागरुकता रैली का मकसद लोगों में फैले भ्रम को दूर करना है। विपक्ष के लोग कानून पर भ्रम फैला कर जनता को गुमराह कर देश के खिलाफ साजिश कर रहे हैं। योगी ने रैली में मौजूद भाजपा समर्थकों से कहा कि आप लोग प्रदेश के गांव-गांव में जाकर लोगों को नागरिकता कानून का सच बताइए। ये कानून नागरिकता लेने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है। इस पर विपक्ष की साजिश को बेअसर कर दीजिए।