नई दिल्ली। वक्त-वक्त की बात है। पाकिस्तान कभी अमेरिका का दुलारा हुआ करता था। प्रेमभाव इस हद तक था कि अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत दौरे का कार्यक्रम तय करते समय उनके पाकिस्तान दौरे की गुंजाइश हर हाल में रखी जाती थी। अब मौजूदा दौर पर गौर फरमाएं कि “पाकिस्तानी-अमेरिकी भाई-भाई” का क्या हाल है? आतंकवाद को लोकर दोनों देशों के संबंध इस हद तक खराब हो चुके हैं कि राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप ने दावोस में इमरान खान के सामने ही कह दिया कि वह पाकिस्तान नहीं जायेंगे।

बहुत से राजनीतक विश्लेषक इसे डोनाल्ड ट्रंप की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दोस्ती से भी जोड़कर देख रहे हैं। दरअसल, जब से पाकिस्तान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के भारत दौरे की खबर सुनी है तब से उसकी बेचैनी और बढ़ गई है। इमरान खान की कोशिश है कि ट्रंप पाकिस्तान के दौरे पर भी आएं। इसलिए इमरान खान भारत जाते या लौटते समय ट्रंप को पाकिस्तान बुलाने की कोशिश में लगे हैं। मंगलवार को पाकिस्तानी के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में डोनाल्ड ट्रंप से सवाल पूछा गया कि क्या वह भारत दौरे के दौरान पाकिस्तान भी जायेंगे. डोनल्ड ट्रंप का जवाब सुनकर इमरान खान का चेहरा उतर गया। दरअसल, सवाल सुनते ही ट्रंप ने बिना किसी लाग-लपेट के कह दिया, “पाकिस्तान नहीं जाऊंगा, दावोस में इस मुलाकात को ही पाकिस्तान का दौरा समझ लो।” 

गौरतलब है कि दावोस में इस समय विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक चल रही है जिसमें शामिल होने के लिए इमरान खान दावोस दौरे पर हैं। इस बैठक से अलग इमरान खान ने डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। उसी दौरान एक पत्रकार ने उक्त सवाल पूछा था।

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