नदिया। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ पिछले महीने देश में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में कई लोगों के मरने के मामले सामने आये थे और इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था। अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनआरसी की वजह बिल्कुल अलग तरह की मौतें होने का आरोप लगाया है। दरअसल, मंगलवार को यहां एक रैली में उन्होंने एनआरसी को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकर पर हमला किया। कहा- शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं। राज्य में 31 लोगों की एनआरसी के डर की वजह से मौत हो गई।
ममता ने कहा, “असम में 100 से ज्यादा लोगों की एनआरसी की वजह से मौत हो गई। पश्चिम बंगाल में 31 या 32 लोगों ने एनआरसी के डर की वजह से दम तोड़ दिया। शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं।” साथ ही एक और आरोप भी लगाया, “भाजपा उससे असहमति रखने वाले हर व्यक्ति को आतंकित करने की कोशिश कर रही है।”
तृणमूल सुप्रीमो ने कहा, “केंद्र सरकार नई कर व्यवस्था से लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है।” उन्होंने रैली में आए लोगों से कहा, “आप दस्तावेज न दिखाएं। अगर कोई आधार कार्ड जमा करने के लिए कहता है या आपके परिवार का ब्योरा मांगता है तो उसे यह तब तक न दें जब तक कि मैं आपको सीधे तौर पर न कहूं।”
NRC पूरे देश में लागू करने पर अभी कोई फैसला नहीः केंद्र सरकार
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब केंद्र सरकार ने मंगलवार को ही लोकसभा में लिखित जवाब में कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर एनआरसी लाने के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। उन्होंने सदन में चंदन सिंह और नमा नागेश्वर राव के प्रश्नों के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। गौरतलब है कि बीते 22 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि उनकी सरकार ने वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद संसद या कैबिनेट में एनआरसी के बारे में चर्चा नहीं की है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी पिछले शुक्रवार को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने संबोधन में एनआरसी का जिक्र नहीं किया था।