लखनऊ। विश्व हिंदू महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या का खुलासा हो गया है। रणजीत की हत्या उनकी दूसरी पत्नी स्मृति श्रीवास्तव ने अपने प्रेमी देवेंद्र के साथ मिलकर करवाई। देवेंद्र और स्मृति शादी करना चाहते थे जिसमें रणजीत बच्चन बाधा बन रहे थे। रणजीत की बीते रविवार को हजरतगंज के ग्लोब पार्क के सामने रविवार सुबह छह बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

पुलिस कमिश्नर लखनऊ सुजीत पांडेय ने गुरुवार सायं प्रेस कांफ्रेंस कर इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्मृति श्रीवास्तव, देवेंद्र और संजीत गौतम को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि वारदात को अंजाम देने वाला शूटर जीतेंद्र फरार है। पुलिस कमिश्नर के अनुसार, रणजीत बच्चन की हत्या के लिए स्मृति को देवेंद्र ने उकसाया था। स्मृति की गिरफ्तारी लखनऊ के विकास नगर स्थित उसके आवास से हुई जबकि देवेंद्र को उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश सीमा से गिरफ्तार किया गया। पुलिस उसे लेकर लखनऊ रवाना हो गई है। संजीत गौतम को मोहनलालगंज के जबरौली से गुरुवार को दोपहर गिरफ्तार किया गया है। संजीत वही शख्स है जिसने कार चलाकर शूटर जीतेंद्र को हजरतगंज भाजपा मुख्यालय के पास छोड़ा था जहां से जीतेंद्र रणजीत के पीछे ग्लोब पार्क तक गया और उनकी हत्या कर दी। जीतेंद्र अभी भी फरार है।

पुलिस कमिश्नर पांडेय ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि स्मृति और देवेंद्र शादी करना चाहते थे लेकिन रणजीत स्मृति को तलाक नहीं दे रहे थे। यह मामला 2016 से कोर्ट में लंबित है। इसी से परेशान होकर देवेंद्र ने स्मृति के साथ मिलकर रणजीत बच्चन को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसमें साजिश में संजीत गौतम भी शामिल था।

पुलिस कमिश्नर के अनुसार, 17 जनवरी को स्मृति और रणजीत के विवाह की वर्षगांठ थी। दोनों लखनऊ के सिकंदरबाग चौराहे पर मिले थे। रणजीत स्मृति को लेकर एनवर्सरी सेलीब्रेट करने के लिए होटल जाना चाहता था लेकिन स्मृति ने इन्कार कर दिया। इस पर रणजीत भड़क गया और उसे थप्पड़ जड़ दिया। इसकी जानकरी मिलने पर देवेंद्र आगबबूला हो गया और रणजीत को जान से मारने का फैसला कर लिया।

25 जनवरी को दीपेंद्र और स्मृति ने हत्या का प्लान बनाया। दीपेंद्र वर्मा विकासनगर के एक होटल में रुका था। 29 और 30 जनवरी को रंजीत की रेकी की गई। इसके बाद एक फरवरी की रात रायबरेली से चलकर लखनऊ पहुंचे। दीपेंद्र ने अपने चचेरे भाई जितेंद्र से हत्या करवाई थी। स्मृति, दीपेंद्र और कार चालक संजीत को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गोली मारने वाले जितेंद्र की तलाश की जा रही है। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित है।   हजरतगंज के ग्लोब पार्क के सामने रविवार सुबह छह बजे रणजीत की गोली मारकर हत्या की गई थी। हमलावर ने उनके साथी आदित्य के हाथ में भी गोली मारी थी जिससे वह घायल हो गया था। रविवार से अब तक पुलिस की आठ टीमों ने रणजीत के ओसीआर स्थित आवास से ग्लोब पार्क तक 40 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले। यहीं नहीं कॉल, डिटेल के आधार पर 87 मोबाइल नंबर को ट्रेस किया। जनपथ मार्केट के पास मिले सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से करीबी पर शक गहराने लगा। पुलिस इसे लेकर परिवारीजनों पर भी संदेह कर रही थी। उनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो कड़ियां जुड़ती गईं।



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