नई दिल्ली। लोकसभा में गुरुवार को उस समय भारी हंगामा हो गया जब स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन कांग्रेस सांसद राहुल गंधी के एक बयान का जिक्र कर रहे थे। कांग्रेस सांसद मनिकाम टैगोर तो इतना नाराज हो गए कि वह हर्षवर्धन की ओर दौड़ पड़े। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी व अन्य लोगों ने उन्होंने बीच में ही रोक दिया। लोकसभा में जिस समय यह सारा हंगामा हुआ उस वक्त राहुल गांधी सदन में ही मौजूद थे।
इस दौरान उत्तर प्रदेश से भाजपा सदस्य ब्रजभूषण शरण सिंह आगे पहुंच गये और टैगोर को पकड़कर पीछे की ओर ले गए। वह टैगोर से नाराजगी में कुछ कहते भी देखे गए। बीच-बचाव के लिए महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी सहित कई मंत्री और भाजपा सदस्य आगे की तरफ पहुंच गए। केरल से कांग्रेस सदस्य हिबी इडेन को भी बीच-बचाव का प्रयास करते हुए देखा गया। सदन में हंगामे की स्थिति बन गई और अध्यक्ष ओम बिरला ने करीब 11:50 बजे सदन की बैठक दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले हर्षवर्धन जब राहुल गांधी के सवाल का जवाब देने उठे तो उन्होंने अपने वक्तव्य की शुरुआत इस तरह से की, “राहुल गांधीजी के सवाल का जवाब देने से पहले मैं उन अभद्र भाषा की निंदा करना चाहता हूं जिसका इस्तेमाल उन्होंने देश के प्रधानमंत्री के लिए किया।” उनके इतना कहते ही कांग्रेस सांसदों ने शोर-शराबा शुरू कर दिया।
डॉ. हर्षवर्धन ने शोर-शराबे के बीच हर्षवर्धन ने राहुल का बयान पढ़ना जारी रखा। उन्होंने कहा, “राहुलजी ने कहा कि छह महीने बाद इस देश का युवा नरेंद्र मोदी को डंडे मार-मारके देश के बाहर कर देंगे।” उन्होंने कहा, “आखिर जिस राहुल गांधी के पिता खुद प्रधानमंत्री रहे हों, वs किसी दूसरे प्रधानमंत्री के लिए इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग कैसे कर सकते हैं।”
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद परिसर में मीडियाकर्मियों से कहा कि सदन में कांग्रेसी सांसदों का रवैया गुंडागर्दी का था। जोशी ने कहा, “राहुल गांधी के उकसाने पर वे डंडे का रास्ता अपना रहे थे। यह डॉक्टर हर्षवर्धन के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश थी। यह कांग्रेस की निराशा और गुंडागर्दी को दिखाता है।”
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, “केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन लोकसभआ में राहुल गांधी के बयान पर बोल रहे थे तभी कांग्रेस सांसद मनीकाम टैगोर उनकी तरफ दौड़े। भारत के लिए लोकतंत्र के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।”
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में एक चुनावी सभा में एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि बेरोजगार युवा इतने गुस्से में हैं कि वे छह महीने के अंदर मोदी को डंडा मारने लगेंगे। डॉ. हर्षवर्धन इसी बयान का जिक्र कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाये गए धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए राहुल गांधी के डंडे वाले बयान पर बिना उनका नाम लिये ही निशाना साधा था। जब राहुल गांधी ने इस पर हस्तक्षेप किया तो मोदी ने कहा था, “मैं अपनी पीठ को मजबूत बना लूंगा। सूर्य नमस्कार से अपनी पीठ को हर डंडा झेलने वाला बना लूंगा। अब छह महीने का समय है मेरे पास। मैं पिछले 20 वर्षो से गंदी-गंदी गालियां सुनते आ रहा हूं। मैं खुद को गालीप्रूफ बना चुका हूं।”