नई दिल्ली। “मोदी को डंडा मारेंगे” पर बढ़ते सियासी घमासान के बीच इस विवादित बयान को देने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी खुद आगे आए और लोकसभा में इसे लेकर हुई तकरार और हंगामे पर भाजपा पर पलटवार किया। कहा-  संसद के अंदर उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर को उकसाया गया था। उन्होंने (टैगोर ने) कैबिनेट मंत्री डॉ. हर्षवर्धन पर हमला नहीं किया।

गौरतलब है कि राहुल गांधी शुक्रवार को सदन में “डंडा” को लेकर हुए हंगामे के केंद्र में रहे। अपनी पार्टी के संसद का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से सदन में उनकी आवाज दबाने के लिए सांसदों को निर्देश दिए गए थे। गौरतलब है कि यह घटना तब हुई जब कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन द्वारा पढ़े जा रहे एक पेपर को छीनने की कोशिश की। डॉ. हर्षवर्धन प्रधानमंत्री के खिलाफ राहुल गांधी की “डंडा”  टिप्पणी की निंदा कर रहे थे।

इस घटना के बाद राहुल ने मीडिया से बातचीत में कहा, “वायनाड में एक मुद्दा है, वहां उनके पास मेडिकल कॉलेज नहीं है, यह लंबे समय से चल रहा मुद्दा है। इसलिए मैं इस मुद्दे को सदन में उठाना चाहता था।” उन्होंने आगे कहा, “हालांकि, भाजपा नहीं चाहती कि मैं सदन में अपनी बात कहूं और इसलिए पूरी तरह से गैर-संसदीय तरीके से स्वास्थ्य मंत्री ने एक मुद्दा उठाया जो सदन के बाहर हुआ और जिसका संसद से कोई लेना-देना नहीं है।”

इस बीच भाजपा ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के उकसावे के बाद, कांग्रेस के सांसदों ने सोचा कि वे अपने नेता की “डंडा” टिप्पणी पर खरा उतरेंगे। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “यह डॉक्टर हर्षवर्धन को पीटने का प्रयास था। यह कांग्रेस के हताशा के स्तर को दिखाता है और यह गुंडागर्दी की हद है।”

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