बरेली, 28 जनवरी। खानकाह नियाजिया में बृहस्पतिवार की शाम चारों ओर चिराग रोशनी बिखेर रहे थे। जगह-जगह लोग स्त्री, पुरुष बच्चे आसमान की ओर देखकर हाथ उठाये दुआएं कर रहे थे। सब मन्नतें मांग रहे थे। आंखें बयां कर रहीं थी दर्द की वो दास्तां जो लोग अपने बुजुर्गों की रुह को मौन रहकर सुना रहे थे। चिराग रोशन कर मन्नत यही इसी की तरह हमारी जिन्दगी भी रोशन कर दे ऐ खुदा।
खानकाह-ए-नियाजि़या का यह दृश्य था जश्न-ए-चिरांगां के मौके का। हर साल होने वाले इस जश्न में हजारों लोग अपनी उम्मीदों के साथ यहां आते हैं और चिराग रोशन करके मन्नतें मांगते हैं। इस जश्न का आगाज सुबह कुरान ख्वानी से हुआ। इसके बाद देश विदेश से आए तमाम जायरीन दिन भर चादरपोशी और गुलपोशी करते रहे। शाम को महबूबे इलाही हजरत निजाम उद्दीन औलिया के कुल शरीफ की रस्म अदा की गई और मगरिब की नमाज के बाद बड़े पीर गौस पाक हजरत अब्दुल कादिर जीलानी के कुल शरीफ रस्म अदा की गई।
कुल के बाद जश्न-ए-चिरागां का आगाज हुआ। सबसे पहले सज्जादानशीन शाह मोहम्मद हसनैन नियाजी उर्फ हसनी मियां ने सोने और चांदी के खानकाही चिराग रोशन किये। इसके बाद आमों खास के चिराग रोशन करने का सिलसिला शुरू हो गया। रात में कव्वाली की महफिल सजी और कुल के बाद साहिबे सज्जादा महबूबे इलाही के उर्स में शिरकत करने दिल्ली रवाना हो गए। जश्न के सारे इंतजाम खानकाह के प्रबंधक शब्बू मियां नियाजी की देखरेख में किये गये थे।
बरेली कालेज प्रबंध समिति के सचिव देवमूर्ति, नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव और एसपी सिटी समीर सौरभ समेत अनेक अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने खानकाह पहुंचकर प्रबंधक श्री नियाजी से मुलाकात की।