बरेली, 30 जनवरी। शहर के एक डिग्री कालेज में परीक्षा हाल में कक्ष निरीक्षक ने छात्र को मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित किया कि अपने भविष्य को लेकर तनाव में आ गया। उसने अपने कालेज के डीन को मामले की सूचना दी तो उन्होंने तत्काल कोई कार्रवाई करने से मना कर दिया। परेशान छात्र ने ‘बरेली लाइव’ के दफ्तर आकर अपनी दास्तां बतायी।
मामला महाराजा अग्रसेन कालेज का है। इन दिनों एमजेपी रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं चल रही हैं। यहां लोटस इंस्टीट्यूट का भी सेण्टर है। शुक्रवार को यहां बीबीए पंचम सेमेस्टर की परीक्षा थी। एक कमरे में दो महिला कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगी थी। परीक्षा शुरू होने के बाद इन दोनों ने आपसी बातचीत शुरू कर दी। यह बातचीत इतनी जोर-जोर से होने लगी कि परीक्षार्थी परेशान होने लगे।
कुछ विद्यार्थियों ने हिम्मत करके उनसे शान्त रहने को कहा। परीक्षार्थियों का कहना था कि या तो बात बंद कर दीजिए अन्यथा बाहर जाकर बातें करें, जिससे उनकी एकाग्रता भंग न हो। इस पर एक कक्ष निरीक्षिका भड़क गयीं। उन्होंने विरोध कर रहे विद्यार्थियों को नकल में फंसाने की धमकी देकर शान्त कर दिया। इसके बावजूद एक छात्र और एक छात्रा ने उनसे फिर से अपनी बात रखी और बातचीत धीमी आवाज में करने को कहा।
छात्र रिषभ का आरोप है इस पर कक्ष निरीक्षिका ने उसे धमकाते हुए कालेज के एक अन्य शिक्षक सौरभ अग्रवाल को बुला लिया। उन्होंने भी छात्र की नहीं सुनी और उसकी काॅपी जबरन लेकर उसे स्टाफ रूम ले जाकर डांटकर चुपचाप पेपर देने को कहा। इसके बाद उसे बहुत मांगने पर कापी दी। तब तक आधा घण्टा खराब हो चुका था।
जैसे-तैसे पेपर देकर वह छात्र बाहर निकला और अपने लोटस इंस्टीट्यूट जाकर घटना की जानकारी दी। रिषभ ने बताया कालेज के डायरेक्टर ने उसकी बात सुनी लेकिन कोई कार्रवाई करने से मना कर दिया। रिषभ ने शिकायत लिखकर कार्यालय में देनी चाही तो स्टाफ ने रिसीव करने से इनकार कर दिया। उसने बताया कि आज उसने डाक के माध्यम से शिकायत भेजी है।
रिषभ के अनुसार परीक्षा खत्म होने पर जब सबकी कापियां एकत्र की गयीं तो उसकी काॅपी कक्ष निरीक्षिका ने अलग रख लिया था। उसने आशंका जतायी है कि उसकी कापी से उक्त कक्ष निरीक्षिका द्वारा छेड़छाड़ की जा सकती है। ऐसे में यदि वह फेल हो जाता है तो उसका भविष्य खराब हो सकता है।
लोटस इंस्टीट्यूट के निदेशक पंकज दीक्षित का कहना है कि कुछ बच्चे उनके पास मामले की शिकायत लेकर आये थे। चूंकि सेण्टर दूसरे कालेज में है और घटना भी वहीं की है, ऐसे में वह वहां के परीक्षा केन्द्र अधीक्षक के बात करेंगे। जहां तक कापी से छेड़छाड़ की बात है तो कोई भी अच्छा शिक्षक छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करता।