पटना। अपनी पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की डांट खाने के बाद भी वरिष्ठ भाजपा नेता व केंद्रीय पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह नहीं सुधरे। एक बार फिर विवादित बयान दिया। कहा, “आजादी के समय पाकिस्तान बनने के बाद सभी मुसलमानों को वहां ना भेज पानी की कीमत आज भारत चुका रहा है। …हमारे पूर्वजों ने एक गलती कर दी।”
गिरिराज सिंह ने पूर्णिया जिले में यह बयान दिया जहां मुस्लिम आबादी काफी अधिक है। वह नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के पक्ष में प्रचार कर रहे थे। गिरिराज ने कहा, “देश आजादी के समय पाकिस्तान बनने के बाद मुसलमानों को वहां नहीं भेज पाने और हिंदुओं को यहां नहीं ला पाने की कीमत चुका रहा है।”
सीएए की जरूरत बताते हुए गिरिराज ने कहा, “जब हमारे पूर्वज ब्रिटिश शासन से आजादी के लिए लड़ रहे थे, जिन्ना एक इस्लामी देश बनाने पर जोर दे रहे थे। हालांकि हमारे पूर्वजों ने एक गलती कर दी। अगर उन्होंने हमारे सभी मुस्लिम भाइयों को पाकिस्तान भेज दिया होता और हिंदुओं को यहां ले आए होते, तो ऐसे कानून (सीएए) की जरूरत हीं नहीं होती। यह नहीं हुआ और हमने इसके लिए भारी कीमत चुकाई है।”
चिराग पासवान ने जताया ऐतराज
गिरिराज सिंह के इस बयान पर इस बार
एनडीए की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने असहमति जताई है। पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान
ने गिरिराज सिंह के बयान पर कड़ा ऐतराज जताया। चिराग पासवान ने कहा कि भाजपा
नेताओं के विभाजनकारी बयानों के चलते गठबंधन को दिल्ली चुनाव में नुकसान उठाना
पड़ा था। चिराग पासवान ने आगे
कहा, “हम एनडीए के घटक हैं लेकिन कई बार हमारे सहयोगी नेता ऐसी बातें कह
देते हैं जिनसे लोजपा सहमत नहीं होती। यह बयान (गिरिराज सिंह का) एक उदाहरण
है। अगर मेरी पार्टी का कोई व्यक्ति इस तरीके से बोलता तो मैं जिम्मेदारी लेता और
कार्रवाई करता।“
जदयू ने भी गिरिराज के बयान से किनारा किया
राजग के एक और सहयोगी दल जदयू ने भी गिरिराज के बयान से किनारा कर लिया है।। जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद का कहना है कि गिरिराज अपने पार्टी अध्यक्ष की नसीहत भी नहीं मानते हैं। जेपी नड्डा ने कुछ दिनों पहले गिरिराज को ऐसे बयान नहीं देने की हिदायत दी थी जिसे उन्होंने दरकिनार कर दिया। गिरिराज समाज में द्वेष पैदा करने वाली भाषा बोल रहे हैं जिससे उनको बचना चाहिए।