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विशाल गुप्ता, बरेली। आये थे हरि भजन को, ओटन लगे कपास। कुछ ऐसा ही नजारा शनिवार को बरेली जिले के आंवला में भाजपा के महामंत्री सुनील बंसल की जनसभा में। मौका था भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री सुनील बंसल की सीएए (CAA) यानि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में विशाल जनसभा का। सुनील बंसल आये भी और बोले भी लेकिन सिर्फ साढ़े चार मिनट। इन मिनटों में उन्होंने सीएए के समर्थन में कुछ नहीं कहा। केवल सरकार की कुछ योजनाएं गिनायीं और माइक छोड़ दिया।

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून यानि सीएए के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी ने बड़े जोरशोर से एक सभा का आयोजन किया। क्षेत्रीय विधायक धर्मपाल सिंह ने इसकी कमान संभाली और नगर पालिकाध्यक्ष संजीव सक्सेना को इसका संयोजक बना दिया। लेकिन इस जनसभा प्रचार करते दिखे विधायक पुत्र यशवन्त सिंह। दरअसल, उनकी इच्छा इस जनसभा में अपनी ताकत दिखाकर अपने पुत्र यशवन्त की राजनीतिक लॉन्चिंग की ही थी। हालांकि रणनीति अच्छी बनायी थी, लेकिन ‘राजनीति’ ने सब गुड़-गोबर सा कर दिया।

सीएए के समर्थन में सभा थी तो मुस्लिमों का सभा में दिखना भी जरूरी था। इसके लिए तमाम मुस्लिम नागरिकों को बुलाया गया था। उनके सिर पर धर्मपाल सिंह लिखी टोपी भी लगी थी। निर्धारित समय के करीब दो घण्टे देरी से सुनील बंसल पहुंचे भी।

मैदान भरा था। चारों ओर लोग दिखायी दे रहे थे। किसी भी भाषण देने वाले नेता के लिए इससे बेहतर और क्या हो सकता है? फिर ऐसा क्या हुआ कि सुनील बंसल का ‘‘मूड खराब हो गया’’ और वह केवल करीब चार मिनट ही बोले।

हुआ यूं कि धर्मपाल सिंह ने इस सीएए के समर्थन में आयोजित इस जनसभा को अपनी ताकत दिखाने का जरिया बना लिया। आंवला विधायक धर्मपाल सिंह ने भाजपा या ‘आई सपोर्ट सीएए’ (I Support CAA) लिखी टोपी की जगह भीड़ बनकर आये लोगों को धर्मपाल सिंह लिखी टोपी पहना दी। ऐसे में यह सभा सीएए के समर्थन की कम, विधायक धर्मपाल सिंह की चुनावी जनसभा ज्यादा लग रही थी।

चर्चा रही कि शायद विधायक धर्मपाल अगले विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी को लेकर कुछ सशंकित हैं। पिछले दिनों कुछ घटनाएं ऐसी हुई हैं जिनके आधार पर चर्चा है कि आंवला से भाजपा के ही एक अन्य विधायक दावा ठोक सकते हैं। वह पहले भी आंवला से विधायक रहे हैं लेकिन तब भाजपा से नहीं, अन्य पार्टी से थे। उनके एवं धर्मपाल सिंह के समर्थकों में सोशल मीडिया में बहस चलती रहती है।

ऐसे में सीएए पर पार्टी की मंशा और रुख स्पष्ट करने आये भाजपा के संगठन महामंत्री सुनील बंसल स्थानीय विधायक मंशा भांप गये। हालांकि इस जनसभा के लिए धर्मपाल सिंह ने अपने पुत्र यशवन्त सिंह के माध्यम से तमाम प्रयास और प्रचार किया। भीड़ जुटी लेकिन निराश हुई कि उससे सुनने कुछ आये थे और उसने सुनाया कुछ।

सुनील बंसल नहीं बोले तो नहीं बोले, लेकिन क्षेत्रीय अध्यक्ष रजनीकान्त माहेश्वरी और आंवला सांसद धर्मेन्द्र कश्यप भी सीएए पर कुछ नहीं बोले। हालांकि इन लोगों ने शाहीन बाग का हल्का सा जिक्र किया लेकिन वह नहीं कहा गया जिसके लिए जनसभा आयोजित की गयी थी।

अलबत्ता डॉ. प्रमेन्द्र माहेश्वरी, स्वयं धर्मपाल सिंह ने जरूर सीएए पर कुछ बात की। डॉ. प्रमेन्द्र ने पासपोर्ट और नागरिकता कार्ड के अन्तर को समझाने का प्रयास किया। धर्मपाल सिंह ने सीएए को एक आवश्यक कानून बताया। शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन को हिंसा करार दिया। सीएए पर बोले- किसी भी भारतीय मुसलमान से इसका कोई लेनादेना नहीं है।

By vandna

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