बरेली : इस बार होलिका दहन 9 मार्च को होगा और रंग भरी होली (Holi 2020) 10 मार्च को खेली जाएगी। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार होलिका दहन अत्यंत शुभ योग में होगा। हमेशा होलिका दहन के समय भद्रा होने से मुहूर्त में परेशानी रहती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। इस बार भद्रा रहित, ध्वज व गजकेसरी योग बन रहा है।
इस दिन पूर्णिमा तिथि पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, ध्वज योग व गजकेशरी योग रहेगा।होलिका दहन गोधूलि बेला में इस वार प्रदोष काल सूर्यास्त शाम 6.22 बजे से 8.49 बजे तक श्रेष्ठ मुहूर्त है। इसी समय चर की चौघड़िया का समवेश भी रहेगा, जो अति उत्तम है। घर में सुख-शांति, समृद्धि, संतान प्राप्ति आदि के लिए महिलाएं इस दिन होली की पूजा करती हैं।
गजकेसरी योग बहुत शुभ होता है। धन-सम्पदा, स्त्री, संतान, घर, वाहन सुख, पद-प्रतिष्ठा, सेवक सभी प्राप्त होते हैं। गज को गणेश जी का रूप माना जाता है। इस योग में व्यक्ति को फल उसकी राशि, नक्षत्र और गुरु की स्थिति के आधार पर मिलता है।योग यदि किसी जातक की जन्मपत्रिका में हो तो वह जीवन पर्यंत सुख-समृद्धि युक्त रहता है।
ऐसे में होलिका दहन पर करें ये उपाय मिलेगी सुख, समृद्धि और शांति
1 -होलिकादहन करने या फिर उसके दर्शन मात्र से भी व्यक्ति को शनि-राहु-केतु के साथ नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
2 -होली की भस्म का टीका लगाने से नजर दोष तथा प्रेतबाधा से मुक्ति मिलती है।
3 -अगर आप अपनी कोई मनोकामना पूरी करना चाहते हैं तो जलती होली में 3 गोमती चक्र हाथ में लेकर अपनी इच्छा को 21 बार मन में बोलकर तीनों गोमती चक्र को अग्नि में डालकर अग्नि को प्रणाम करके वापस आ जाएं।
4 -धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि कोई व्यक्ति घर में भस्म चांदी की डिब्बी में रखता है तो उसकी कई बाधाएं अपने आप ही दूर हो जाती हैं।
5 -अपने कार्यों में आने वाली बाधा को दूर करने के लिए आटे का चौमुखा दीपक सरसों के तेल से भरकर उसमें कुछ दाने काले तिल,एक बताशा, सिन्दूर और एक तांबे का सिक्का डालकर उसे होली की अग्नि से जलाएं। अब इस दीपक को घर के पीड़ित व्यक्ति के सिर से उतारकर किसी सुनसान चौराहे पर रखकर बगैर पीछे मुड़े वापस आकर अपने हाथ-पैर धोकर घर में प्रवेश कर लें।
6 -मीठे पुए और पकौड़ी बनायें. होलिका में समर्पित करें। इससे अन्न से संपन्न रहेंगे। होलिका वाले दिन सुबह नहाने से पूर्व उबटन लगाएं। इस उबटन को झाड़कर रख लें. होलिका जले तो उसमे डालें। ऐसे कर आप परिवार के सदस्यों पर आने वाली विपत्ति से मुक्ति पा लेंगे। रोग भी दूर होंगे।
7 -होलिका जलने के बाद उसकी राख को घर ले आएं. राख को घर के चारों तरफ दरवाजे पर छिड़क दें. घर की नेगेटिव एनर्जी दूर होगी. सुख, संपन्नता आएगी.
8 – गाय के गोबर में जौ, अरसी, कुश मिलाकर छोटा उपला बना लें. इसे घर के मुख्य दरवाजें पर लटका दें।
9 -होलिका दहन के अगले दिन राख को माथे पर लगाएं. बाएं से दाएं की ओर तीन रेख माथे पर खींचे। पहली रेखा महादेव, दूसरा रेखा महेश्वर और तीसरी रेखा शिव की मानी गई है।