नई दिल्ली। दिल्ली में पिछले महीने हुए दंगों के अलग-अलग मामलों में गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है। आम आदमी पार्टी (आप) से निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन के तीन और करीबियों को भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम इरशाद, शादाब और आबिद बताए गए हैं। अब तक की जांच में बीती 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में इन तीनों की भूमिका सामने आई है। ये तीनों उस दिन उस समय ताहिर के घर की छत पर मौजूद थे जब वहां से पत्थरबाजी और पेट्रोल बम फेंकने के साथ ही एसिड अटैक किया जा रहा था। तीनों मुस्तफाबाद के रहने वाले हैं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार ताहिर हुसैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि इस्लामिक चरमपंथी संगठन पीएफआई पर भी मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज है। अब पुलिस ताहिर और पीएफाई के संबंधों की भी जांच कर रही है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सीएए के विरोध में हुई हिंसा और दिल्ली के शाहीन बाग धरने में पीएफआई की भूमिका सामने आई है।
ताहिर हुसैन का भाई शाह आलम भी हिरासत में
इससे पहले उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार शाम को ताहिर हुसैन के सौतेले भाई शाह आलम को गिरफ्तार किया था। इसी के साथ दिल्ली दंगों में अब तक ताहिर हुसैन से जुड़े 7 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। शाह आलम पर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा भड़काने का आरोप है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस को ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम के दिल्ली हिंसा में शामिल होने के पुख्ता सबूत मिले हैं। दिल्ली पुलिस ताहिर के कई रिश्तेदारों पर भी नजर रख रही है। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एक सूत्र के अनुसार, “घटना वाले दिन ताहिर हुसैन ने सबसे ज्यादा और लगातार जिन लोगों के साथ बात की थी, एसआईटी ने शुक्रवार को उन 15 लोगों की पहचान कर ली। यह बातचीत मोबाइल फौम के जरिए हुई। ताहिर ने इन सबसे उसी दिन इतनी ज्यादा देर तक क्यों और क्या लंबी बातचीत की, इसका खुलासा नहीं हो सका है।”