लखनऊः कोरोना वायरस संक्रमण जैसी राष्ट्रीय आपदा के समय भी कुछ लालची-बेईमान व्यापारी गिद्धों जैसी हरकत से बाज नहीं आ रहे। एक तरफ जहां सारा देश इस महामारी का फैलाव रोकने के लिए सतर्क और एकजुट हो रहा है, वहीं ऐसे व्यापारी लाश देखकर लार टपकाने वाले गिद्धों की तरह केवल अपना मुनाफा देख रहे हैं। एक तरफ सरकार इस महामारी का फैलाव रोकने के लिए मास्क और सैनिटाइजर कम से कम दामों पर उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है, वहीं कुछ लोग इनके 3 से 13 गुने तक दाम वसूल रहे हैं। मंगलवार को तो हद ही हो गई। यहां राजधानी में एक फैक्ट्री में हुई छापेमारी में नकली सैनिटाइजर बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई। मौके पर 100 एमएल पैकिंग की 10 हजार बोतलें बरामद हुईं। इस नकली स्टॉक को सीज कर दिया गया है
मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निशातगंज थाना क्षेत्र का है। एक गुप्त सूचना के बाद जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के दिशा निर्देश पर चीफ ड्रग इंस्पेक्टर सीतापुर समेत चार सदस्यी टीम ने महालक्ष्मी केमिकल्स फैक्ट्री में छापेमारी की। टीम को देखकर हड़कंप मच गया और कई लोग भाग निकले। फैक्ट्री में नकली सैनिटाइजर की 10 हजार बोतलें बरामद हुईं जिन्हें सीज कर दिया गया है। फर्म के प्रोपराइटर नीरज कुमार खरे के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है।