नई दिल्‍ली। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय रेलवे ने 19 मार्च की आधी रात के बाद से अगली सूचना तक मरीजों (patients), छात्रों (students) और दिव्यांगजन श्रेणी (Divyangjan category) के तहत रियायत पाने वालों को छोड़कर अन्‍य सभी रियायती टिकट निलंबित कर दिए हैं। एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए यह अस्‍थाई आदेश जारी किया गया है ताकि ट्रेनों में अनावश्‍यक भीड़ पर काबू पाया जा सके। 

रेलवे की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अगली सूचना तक बुजुर्गों को रेल यात्रा के लिए  रियायती टिकट नहीं मिलेगा ताकि उनकी गैर जरूरी यात्राओं पर नियंत्रण लग सके। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएतओ) ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का सर्वाधिक खतरा बुजुर्गों को है। अभी तक इस वायरस की वजह से जितनी भी मौतें हुई हैं उनमें बुजुर्गों की संख्‍या सबसे अधिक है।

गौरतलब है कि प्‍लेटफार्मों पर भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे पहले ही प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत में भी इजाफा कर चुका है। रेलवे ने अपने सभी जोनों को गाइडलाइन जारी की है जिसमें कहा गया था कि जिस कैटरिंग स्टाफ को बुखार, कफ, नाक बहने या सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानी हो उसे काम पर नहीं लिया जाए। 

इसके साथ ही रेलवे ने गुरुवार को 84 और ट्रेनों को रद्द कर दिया है जो 20 से 31 मार्च के बीच नहीं चलेंगी। इसके साथ ही रद्द ट्रेनों की कुल संख्या 168 हो गई गई है। यह फैसला 20 मार्च से 31 मार्च 2020 तक लागू रहेगा। टिकट कैंसिल होने पर लगने वाला शुल्क नहीं वसूला जाएगा। यात्रियों को रद्द टिकटों पर 100 प्रतिशत किराया वापस दिया जाएगा।

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