लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमसी) ने शनिवार को दो और मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव दी है जिनमें एक मुरादाबाद और एक नोएडा का है। इन दोनों को मिलाकर उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 25 हो गई है।
मुरादाबाद में फ्रांस से लौटी एक युवती में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। फ्रांस में पढ़ाई कर रही यह युवती 15 मार्च को स्वदेश आई थी। यह महिला योगी आदित्यनाथ सरकार में एक कैबिनेट मंत्री के भतीजे की पत्नी बताई गई है। वह बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर में रहती है और उसका पैतृक घर उन्नाव के शुक्लागंज में है।
फ्रांस से दिल्ली आने के बाद एयरपोर्ट से सीधे उसे वहीं
छत्तरपुर ले जाया गया था। छत्तरपुर में
जांच के बाद उसे 17 मार्च की शाम को आइसोलेट रहने के लिए कहा गया था। चूंकि ट्रेन और
हवाई यात्रा की तत्काल मनाही की गई थी लिहाजा वह दिल्ली से सबसे नजदीक
होने की वजह से मुरादाबाद अपने ननिहाल आ पहुंची। मुरादाबाद में उसे 19 तारीख को बुखार महसूस हुआ। इस
पर उसे मूंढापांड़े सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया। यहां से ब्लड
सैंपल जांच के लिए केजीएमसी भेजा गया था। शनिवार की सुबह ब्लड रिपोर्ट में उसके
कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग के नोडल अफसर डॉ. डीके प्रेमी
युवती की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को रिपोर्ट मिलने के बाद
पीडि़ता के पूरे घर को सैनिटाइज किया जा रहा है। युवती के संपर्क में अब तक करीब 12 लोग आए थे।
इन सभी को आइसोलेशन में रखा गया है।
नोएडी (गौतमबद्धुनगर) में कोरोना वायरस का पांचवां मामला सामने आया है। सेक्टर-74 स्थित सुपरटेक केपटाउन सोसायटी में कोरोना वायरस से संक्रमित युवक मिला है। वह 10 दिन पहले पत्नी के साथ यूरोप से लौटा था। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों का सैंपल जांच के लिए भेजेने के साथ ही उन्हें सेल्फ आइसोलेट होने को कहा था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डीएम बीएन सिंह ने सोसायटी को शनिवार प्रात 10 बजे से सोमवार प्रातः 7 बजे तक अस्थायी रूप सील करने के आदेश दिए हैं। इस अवधि तक सोसायटी से कोई भी बाहर नहीं आजा सकेगा। सिर्फ आपातकालीन स्थिति में ही व्यक्ति और वाहन को अंदर आने जाने दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में ही रहे। सुपरटेक केपटाउन सोसायटी में कुल 4500 फ्लैट हैं जिनमें 20 हजार लोग रहते हैं।
गौरतलब है कि नोएडा में इससे पहले 4 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें एक सेक्टर-78, दूसरा सेक्टर-100 व तीसरा सेक्टर- 41 में पाया गया था। इसके अलावा एक केस दिल्ली का है जो नोएडा की कंपनी में काम करता है। विभाग ने उसे भी अपने रिकॉर्ड में शामिल किया हुआ है।