नई दिल्ली। दिल्ली में 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के पांच नए मामले सामने आए हैं। इनमें से एक मरीज पिछले दिनों विदेश से लौटा था। इस तरह दिल्ली में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है। इसके साथ ही भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 562 हो गई है। इनमें से 512 लोगों का इलाज चल रहा है जबकि 11 की मौत हो गई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को सायंकाल इस संक्रमण को लेकर दिल्ली की स्थिति की जानकारी दी। साथ ही आश्वस्त किया कि भले ही लॉकडाउन की स्थिति हो लेकिन आवश्यक सामनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। इससे पहले कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर और जरूरी चीजों की किल्लत को देखते हुए बुधवार को फिर इस मसले पर दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल के कार्यालय में एक बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे। बैठक में दिल्ली में मूलभूत सुविधाओं और जरूरी चीजों की उपलब्धता बनाए रखने की समीक्षा की गई।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “राजधानी में किसी भी तरह से जरूरी चीजों की कमी नहीं होने दी जाएगी। मूलभूत जरूरतों को पूरा करना सरकार की जिम्मेदारी है। दूध, सब्जी, खाने की चीजें, दवाई जरूरी चीजें जरूरत पड़ने पर आपके घरों तक पहुंचाई जाएंगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “दिल्ली सरकार, एलजी और दिल्ली पुलिस सभी ने मिलकर फैसला किया है कि हम एक यूनिट की तरह काम करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार के भाषण के बाद खरीदारी करने दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, ऐसे में लॉकडाउन का क्या मतलब रह गया। ऐसा करने से कोरोना वायरस से लड़ाई कमजोर होगी।” केजरीवाल ने यह भी कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने जो संपूर्ण लॉक डाउन का मंगलवार को फैसला किया है, वह बेहद जरूरी है। सबकी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। लोग घरों में ही रहें।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन ने फैसला किया है कि दूध, दवाई, सब्जी बेचने वाले, मॉस्क और सैनिटाइजर बनाने वाले जैसे लोगों को तुरंत ई-पास मुहैया कराए जाएं। दिल्ली सरकार सुनिश्चित करेगी कि जरूरी चीजों की दुकानें खुलें और उनमें पर्याप्त मात्रा में सामान हों।