मेरठ। ऐसे वक्त में जब कोरोना वायरस की वजह से पूरा हिंदुस्तान गंभीर खतरे में है, सरकार को संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी है और करोडों लोग घरों में “कैद” हैं, कुछ लोग अपनी सोच बदलने को तैयार नहीं हैं और मनमानी से बाज नहीं आ रहे। ऐसे ही एक मौलाना समेत तीन लोगों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। यह मौलाना केंद्र और राज्य सरकरों की सख्त मनाही के बावजूद डाबका गांव में एक साथ दो सौ लोगों को नमाज पढ़ा रहा था। जागरूक लोगों की सूचना पर पुलिस फौरन घटनास्थल पर पहुंची और मौलाना की सारी हेकड़ी हवा हो गई। पुलिस ने मस्जिद के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी कब्जे में ले ली जिसमें सामूहिक रूप से नमाज पढ़े जाने की यह घटना कैद है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस की जानलेवा चेन तोड़ने के लिए देश में 21 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन किया गया है। इसे सफल बनाने के लिए प्रशासन और पुलिस के अधिकारी दिन-रात सड़कों पर हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ लोगों से बार-बार घरों में ही रहने का आनुरोध कर चुके हैं। मेरठ जिले में भी सन्नाटा पसरा है। इसके विपरीत कंकरखेड़ा के डाबका गांव स्थित मस्जिद में बुधवार को करीब 200 लोग नमाज पढ़ने के लिए पहुंच गए। कुछ क्षेत्रवासियों और बुजुर्गो ने इसका विरोध भी किया लेकिन लोग नहीं माने और समझाने-बुझाने वालों को ही धमकाना शुरू कर दिया। इस पर गांव के ही कुछ लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।

कानून का इस तरह मखौल उड़ाए जाने की जानकार मिलते ही कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर बिजेंद्र पाल सिंह कुछ ही देर में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। हालांकि पुलिस को देखते ही तमाम लोग नमाज छोड़कर भाग खड़े हुए। पुलिस ने मौलाना सलीम पुत्र मोहम्मद अली निवासी कस्बा सौलाना परतापुर, सुलेमान पुत्र अब्दुल करीम और मोहम्मद शहजाद पुत्र मोहम्मद शरीफ निवासी डाबका को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई है। तीनों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। सीसीटीवी फुटेज की सहायता से अन्य लोगों की भी शिनाख्त की जा रही है।

 

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