ग्रेटर नोएडा। कोरोना वायरस (कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के उपायों में ढिलाई औक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बुरी तरह लताड़े जाने के बाद गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। सीजफायर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड नाम की जिस कंपनी पर यह कार्रवाई की गई है वह प्लॉट नंबर 4, सेक्टर-135, नोएडा में स्थित है। इस एक कंपनी की लापरवाही की वजह से कम से कम दो दर्जन लोगो कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान इस कंपनी में काम करने वाले कई कर्मचारी कोरोना वायरस की चपेट में हो चुके हैं। इनमें न सिर्फ कंपनी के कर्मचारी बल्कि उनके परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। सबसे बड़ी बात यह कि कंपनी के अधिकारी जिला प्रशासन से संपर्क करने के बजाय मामले को छिपाने का प्रयास करते रहे। भांडा फूटने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने रिपोर्ट लिखने के अलावा और कोई कार्रवाई नहीं की। यही वजह है कि सोमवार को ही ग्रेटर नोएडा में हुई अहम बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कंपनी को सील न करने पर नाराजगी जताते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी जिलाधिकारी बीएन सिंह समेत तमाम अधिकारियों की जमकर क्लास कराई। बैठक खत्न होने के कुछ ही देर बाद बीएन सिंह को जिले से हटाकर लखनऊ भेज दिया गया।

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