लखनऊ। पर्यटक वीजा की आड़ में निजामुद्दीन मरकज की तब्लीगी जमात में शामिल हुए विदेशी हिंदुस्तान के लिए बड़े खतरे का सबब बन गए हैं। इनकी वजह से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, अंडमान निकोबार, जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों/केंद्र शासित क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। दिल्ली की तब्लीगी जमात में शामिल होने के बाद कई विदेशी इन राज्यों में गए और मस्जिदों में ठहरे। मस्जिद वालों ने भी इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन और पुलिस को नहीं दी। ऐसे ही कुछ विदेशी मंगलवार को लखनऊ की कुछ मस्जिदों में मिले।
स्थानीय लोगों और मुखबिरों से मिली सूचानाओं के बाद जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर और एसीपी ने छापेमारी की। मस्जिदों में मौजूद सभी देसी-विदेशी नागरिकों को आइसोलेशन में भेज दिया गया है और मस्जिदों पर ताला लगा दिया गया है।
सभी मामलों में खास बात यह रही कि मस्जिद के मौलाना ने इसकी सूचना प्रशासन को नहीं दी बल्कि पुलिस टीम के पहुंचने पर कहा कि सभी सेल्फ आइसोलेशन में हैं। मड़ियांव की मस्जिद में कज़ाकिस्तान और किर्गिस्तान के 30 नागरिक मिले हैं जबकि कैसरबाग की मरकजी मस्जिद में इन्हीं दोनों देशों के छह नागरिक मिले हैं। काकोरी की मस्जिद से 7 बांग्लादेशी नागरिक मिले।