बीजिंग। चीन का वुहान, जहां से कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की शुरुआत हुई थी वहां से लॉकडाउन हालांकि हटा दिया गया है पर खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। दो दिन के अंदर ही 60 से ज्यादा पॉजिटिव केस मिलने के बाद सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसके चलते इलाज के बाद निगेटिव आये लोगों की फिर से जांच कराने और बिना लक्षण वाले मामलों की निगरानी के आदेश दिए गए हैं।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने गुरुवार को कोरोना वायरस के 63 नए मामलों की पुष्टि की जिनमें 61 मामले बाहर से आए लोगों से संबंधित हैं। नए मामलों में धीरे-धीरे हो रही वृद्धि से चिंता एक बार फिर गहराने लगी है। देश में महामारी से 2 और लोगों की मौत के साथ ही मरने वालों की आधिकारिक संख्या 3,335 जबकि संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 81,865 हो गई है।
सरकार ने ठीक हुए कोरोना वायरस रोगियों को आइसोलेट रखने को लेकर गुरुवार को नया परीक्षण प्रोटोकॉल जारी किया है जिसमें ठीक हिए मरीजों का दोबारा जांच, दोबारा रोग निदान करना और स्वास्थ्य निगरानी शामिल है। प्रोटोकॉल के अनुसार कोविड-19 के ठीक हुए रोगियों को चिकित्सा निगरानी के लिए या तो घर में या एकांतवास केंद्र में 14 दिन तक आइसोलेट रहना होगा। प्रधानमंत्री ली क्विंग के नेतृत्व वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति (एनएचसी) ने भी आह्वान किया है कि निगरानी तेज की जाए और बिना लक्षण वाले मामलों की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया की जाये। एनएचसी ने कहा कि बुधवार तक देश में कोरोना वायरस के बिना लक्षण वाले मामलों की संख्या 1,104 हो गई जिनमें 34 मामले विदेश से लौटे लोगों से संबंधित हैं। इन लोगों को चिकित्सा निगरानी में रखा गया है।