नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण की चेन ब्रेक करने के लिए लागू किए जाने की घटनाओं ने केंद्र सरकार की बेचैनी बढ़ दी है। खासकर, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में लोग जिस तरह लापरवाही और मनमानी कर रहे हैं उससे कोरोना वायरस संक्रमण के तीसरी स्टेज Community spread (सामुदायिक फैलाव) में जाने की आशंका बढ़ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा, “मैं राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से गुजारिश करता हूं कि वे लॉकडाउन का शत प्रतिशत पालन कराएं। यदि हम इसमें पीछे रहे तो कोरोना वायरस से लड़ाई मुश्किल हो जाएगी।”
डॉ. हर्षवर्धन ने साथ ही यह भी कहा कि कोरोना वायरस को लेकर देश हर परिस्थिति के लिए तैयार है लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम किसी ऐसी स्थिति तक पहुंचेंगे। मुझे पूरा यकीन है कि भारत जल्द ही इस महामारी पर जीत दर्ज कर लेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश के 400 जिलों में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है। कोरोना हॉटस्पाट के तहत 133 जिले सामने आए हैं। सरकार इन जिलों पर अपनी रणनीति के साथ काम कर रही है। सरकार ने पुणे में एक लैब से कोरोना टेस्टिंग की शुरुआत की थी जबकि इस समय 200 से भी ज्यादा लैब्स में इस महामारी की जांच हो रही है।
उन्होंने बताया कि इन सभी के अलावा देश भर में करीब 16 हजार कलेक्शन सेंटर भी सेंपल्स लेने का काम कर रहे हैं।
डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के मसले पर चर्चा की। इस बैठक के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे भी मौजूद थे।