नई दिल्ली। कोरोना वायरस दुनियाभर में कहर ढा रहा है। इसके संक्रमण की मार इतनी घातक है कि “महाशक्ति” अमेरिका भी कराह रहा है। कोरोना का डंक अमेरिका में 22 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। हालात इस कदर खराब हैं कि भारत में आये हुए अमेरिकियों में से ज्यादातर फिलहाल अपने वतन नहीं लौटना चाहते। पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया ने अपने 444 लोगों को स्पेशल फ्लाइट भेजकर भारत से एयरलिफ्ट कर लिया। इंग्लैंड भी अपने नागरिकों को भारत से वापस ले जा रहा है लेकिन बहुत से देशों के लोग खासकर अमेरिका के, वापस नहीं जाना चाहते।
ऐसा नहीं है कि अमेरिकी प्रशासन दूसरे देशों में फंसे अपने लोगों को नहीं निकाल रहा है। राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ऐसे 50 हजार लोगों को निकालने का दावा कर चुके हैं। अमेरिकी सरकार की इस मुहिम और दावों के बीच स्वयं अमेरिकी प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है कि उसके कई नागरिकों ने फिलहाल भारत में ही रुकने की इच्छा जताई है।
अमेरिका के ही एक अधिकारी ने वहां की मीडिया को बताया कि करीब 24000 अमेरिका फिलहाल भारत में हैं। इनमें से करीब 800 लोगों को पूछा गया था कि क्या वे फ्लाइट से वापस अमेरिका आना चाहते हैं तो इस पर सिर्फ 10 ने आने की हामी भरी। गौरतलब है कि अमेरिका में अब तक पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा 5 लाख से अधिक कोरोना वायरस मरीज मिल चुके हैं।
इस बीच इंग्लैंड अपने लोगों को भारत से निकाल रहा है। इस हफ्ते उसकी 12 और चार्टर फ्लाइट अमृतसर, नई दिल्ली, मुंबई, गोवा, चेन्नै, हैदराबाद, कोच्चि, बेंगलुरु, अहमदाबाद और कोलकाता आएंगी। इससे पहले ब्रिटेन के 20 हजार लोग अपने देशवापस जा चुके हैं।