मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉकडाउन-2 की घोषणा किए जाने के बाद देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर कुछ ऐसा हुआ कि एकबारगी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों का हाथ-पांव फूल गए। दरअसल, एकाएक हजारों प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतार आए और देखते ही देखते रेलवे स्टेशन पर उनका हुजूम उमड़ पड़ा। देश के सबसे ज्यादा कोरोना वायरस प्रभावित शहर में लॉकडाउन का इस तरह उल्लंघन होते देख अधिकारियों ने मजदूरों के समझाने का प्रयास किया। हालत बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
दरअसल, लोगों में अनिश्चितता है कि लॉकडाउन कब तक चलेगा जिससे वे घबरा गए हैं। स्टशन पहुंचे लोग खाने की समस्या बताने के साथ ही घर भेजने की मांग कर रहे थे। स्थानीय नेताओं का कहना है कि लोगों को समझाया जा रहा है कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी और हर संभव मदद की जाएगी।
महाराष्ट्र में उत्पन्न हुई स्थिति को लेकर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में 6 लाख लोग शेल्टर्स में रह रहे हैं। केंद्र सरकार के सामने मामला रखा गया था कि इन लोगों को घरों तक पहुंचने की कोशिश की जाए। उनके पास खाना नहीं है और वे घर जाना चाहते हैं। बांद्रा में इकट्ठा हुए लोग अब चले गए हैं लेकिन यह स्थिति इसलिए हैं क्योंकि केंद्र सरकार ने बात नहीं सुनी।
कोरोना वायरस से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित
महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को ही 121 नए मामले सामने आए। राज्य में इसके मरीजों की संख्या 2455 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, नए 121 मामलों में मुंबई से 92, नवी मुंबई से 13, ठाणे से 10 और वसई-विरार (पालघर जिले में) से 5 और एक रायगढ़ से है। मुंबई के धारावी में आज दो और मौतें हुईं। इसके साथ राज्य में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 162 तक पहुंच गया है।
देश में 3 मई तक लॉकडाउन
देशभर में जारी कोरोना कहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ाने का फैसला किया है। कोरोना वायरस लॉकडाउन के 21वें दिन मंगलवार को सुबह 10 बजे देश के नाम संबोधन में उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देश में 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल के बाद कुछ सीमित सेक्टर्स में सशर्त सीमित छूट दी जा सकती है।