अनूपशहर-शिकारपुर मार्ग पर स्थित गांव पगौना में शिव मंदिर है। यहां 10 वर्षों से गरीबदास उर्फ जगन दास निवासी भदेसी आश्रम अलीगढ़ तथा उनका शिष्य शेरसिंह उर्फ सेवादास निवासी गांव कनौरा थाना छतारी बुलंदशहर मंदिर में रहकर देखभाल करते थे।
बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश)। अनूपशहर थाना क्षेत्र के गांव पगोना में स्थित शिव मंदिर में सोमवार देर रात दो साधुओं की गला रेतकर हत्या कर दी गई। जिस युवक पर हत्या का आरोप है उसे ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया। गौरतलब है कि इसी महीने की 17 तारीख को महाराष्ट्र के पालघर जिले में दो संतों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
अनूपशहर-शिकारपुर मार्ग पर स्थित गांव पगौना में शिव मंदिर है। यहां 10 वर्षों से गरीबदास उर्फ जगन दास निवासी भदेसी आश्रम अलीगढ़ तथा उनका शिष्य शेरसिंह उर्फ सेवादास निवासी गांव कनौरा थाना छतारी बुलंदशहर मंदिर में रहकर देखभाल करते थे। सोमवार को पगोना निवासी मुरारी उर्फ राजू पुत्र देवी सहाय एक संत का चिमटा उठाकर ले गया था। साधुओं ने उसके घर जाकर नाराजगी जताई थी। इसी बात को लेकर मुरारी ने रात में दोनों साधुओं की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी सुबह श्रद्धालुओं के मंदिर जाने पर हुई। इसे देखकर कोहराम मच गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर पर पहुंचे। इसी बीच गांव के ही लोगों ने आरोपित मुरारी को जंगल से भागते हुए पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
ग्रामीणों के अनुसार मुरारी खुर्जा क्षेत्र में लूट व हत्या के आरोप में जेल में बंद था। कुछ समय पहले ही वह जमानत पर बाहर आया था। ग्रामीणों के अनुसार वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित मुरारी ने गांव के बाहर स्थित कई बिटोडो में आग भी लगा दी।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि दोनों साधु करीब 12 साल पहले अपने परिवार को छोड़कर अलीगढ़ के एक आश्रम में रहने के लिए आए थे। यहां से 10 साल पहले पगोना गांव में स्थित मंदिर में आ गए और यही पर रह कर पूजा-पाठ करने लगे। उनके परिवारीजनों के बारे में पता लगाया जा रहा है।
मेरठ के एडीजी जोन प्रशांत कुमार ने बताया, ”बुलंदशहर में शिव मंदिर पर रहने वाले दो साधुओं की हत्या के मामला में ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने गांव के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार का कहना है कि आरोपित ने पूछताछ में बताया कि भगवान की इच्छा थी इसलिए उसने साधुओं को मार दिया। यह भी बताया कि तलवार से गर्दन नहीं काटी। एक साधु का एक डंडा पड़ा था, उसी डंडे से सिर पर वार करके हत्या की है। डीएम का कहना है कि आरोपित अभी नशे में है और नशा उतरने के बाद ही ठीक से पूछताछ की जाएगी।
इस घटना की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम, एसएसपी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर इस वारदात के संबंध में विस्तृत आख्या देने व दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने निर्देश दिए।
पालघर में खी गई था दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या
बीते 17 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर जिले में जूना अखाड़े से जुड़े दो साधुओं और उनके वाहन चालक की करीब 200 लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि भीड़ ने इको वैन में बैठे दोनों साधुओं और उनके ड्राइवर को चोर समझ लिया था और फिर उनकी पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी।