फिल्मों में किस्मत आजमाने के लिए जयपुर से मुंबई आए इरफान खान का बुधवार को ही सुबह न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (एक तरह का कैंसर) की वजह से असमय ही निधन हो गया था।
मुंबई। बॉलिवुड के सर्वाधिक प्रतिभाशाली अभिनेताओं में शुमार इरफान खान को बुधवार शाम करीब 4 बजे अंतिम विदाई दी गई। जनाने की नमाज के बाद उनके पार्थिव शरीर को यारी रोड, वर्सोवा के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए उनके परिवार के कुछ लोग मौजूद थे। इस मौके पर ज्यादा भीड़ की इजाजत नहीं थी, इसलिए बॉलिवुड से कुछ ही लोग जनाजे में शामिल हो पाए। उनके करीबी तिग्मांशु धूलिया, विशाल भारद्वाज के अलावा राजपाल यादव, कपिल शर्मा और मीका सिंह जैसे कुछ सिलेब्रिटीज ही नजर आए। फिल्मों में किस्मत आजमाने के लिए जयपुर से मुंबई आए इरफान खान का बुधवार को ही सुबह न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (एक तरह का कैंसर) की वजह से असमय ही निधन हो गया था।
जनाजे के दौरान पुलिस ने कड़े बंदोबस्त कर रखे थे और केवल 20 लोगों को ही इसमें शामिल होने की इजाजात दी गई थी। हालांकि, आसपास रहने वाले कुछ लोग भी खुद को रोक न सके और इरफान के अंतिम दर्शन के लिए वहां पहुंचने लगे थे। मुंबई पुलिस की निगरानी में इरफान के पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया।
पहले बताया जा रहा था कि शाम 5 बजे के आस-पास अंतिम संस्कार होगा लेकिन इसे जल्द ही करीब 4 बजे कर दिया गया।
इरफान खान को दो साल पहले साल 2018 में ही पता चला था कि वह न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर जैसी दुर्लभ और खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं। इसके बाद लंदन में लगभग एक साल तक उनका इलाज चलता रहा। पिछले साल सितम्बर में वह मुंबई लौटे थे, हालांकि तब भी वह पूरी तरह से स्वस्थ नजर नहीं आ रहे थे। उन्होंने अपने चेहरे का स्कार्फ से ढक रखा था और व्हील चेयर पर नजर आ रहे थे। होली के पहले उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई थी। उसके बाद लगातार उनकी तबीयत बिगड़ती गई। 10 दिन पहले जब उनकी परेशानी और ज्यादा बढ़ गई, तब उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में वह अपनी बीमारी से बहुत संघर्ष कर रहे थे और आखिरकार उन्होंने हार मान ली।
“अंग्रेजी मीडियम” थी आखिरी फ़िल्म
“अंग्रेजी मीडियम” इरफान की आखिरी फ़िल्म थी। यह फ़िल्म लॉकडाउन से ठीक पहले रिलीज़ हुई थी। लॉकडाउन के बाद इसे सिनेमाघरों से हटा लिया गया था। बीमारी की वजह से वह इस फिल्म के प्रमोशन में भी शामिल नहीं हुए। फ़िल्म को बाद में डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज़ किया गया।
इरफ़ान के निधन से कुछ दिन पहले ही उनकी मां का भी निधन हुआ था। उनकी मां को जयपुर में सुपु्र्द-ए-खाक किया गया। गंभीर बीमारी और लॉकडाउन की वजह से इरफ़ान जयपुर नहीं जा पाए थे।