व्हाइट हाउस ने कहा कि जब राष्ट्रपति ट्रंप किसी देश की यात्रा पर जाते हैं तो वह आमतौर पर मेजबान देश के प्रमुख अधिकारियों के ट्विटर हैंडल को कुछ समय के लिए फॉलो करता है।
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यालय व्हाइट हाउस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनफॉलो किए जाने को लेकर भारत में राजनीतिक तूफान-सा आया हुआ है। कांग्रेस नेताओं से लेकर वामपंथी तक इस पर सवाल उठाने के साथ ही नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच व्हाइट हाउस ने इस पूरे मामले में सफाई दी है। उसने कहा कि जब राष्ट्रपति ट्रंप किसी देश की यात्रा पर जाते हैं तो वह आमतौर पर मेजबान देश के प्रमुख अधिकारियों के ट्विटर हैंडल को कुछ समय के लिए फॉलो करता है। इसका मकसद राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा के समर्थन में मेजबान देश के अधिकारी के संदेश को रीट्वीट करना होता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय ने बुधवार को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति की फरवरी में भारत यात्रा के दौरान व्हाइट हाउस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री कार्यालय, अमेरिका में भारतीय दूतावास, भारत में अमेरिकी दूतावास और भारत में अमेरिकी राजदूत के ट्विटर हैंडल को फॉलो किया था। इस सप्ताह व्हाइट हाउस ने इन सभी 6 ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “वाइट हाउस का ट्विटर हैंडल आमतौर पर अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के ट्विटर हैंडल और अन्य जरूरी लोगों के ट्विटर हैंडल को फॉलो करता है। उदाहरण के लिए जब राष्ट्रपति किसी देश की यात्रा पर जाते हैं तो विशिष्ट रूप से कुछ समय के लिए मेजबान देश के अधिकारियों के ट्विटर हैंडल को फॉलो करता है ताकि यात्रा के समर्थन में किए गए उनके ट्वीट को रीट्वीट किया जा सके।”
राहुल गांधी ने साधा था निशाना
इससे पहले व्हाइट हाउस के ट्विटर अकाउंट पर प्रधानमंत्री मोदी को अनफॉलो किए जाने पर सांसद राहुल गांधी ने निशाना साधा था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने कहा कि व्हाइट हाउस की ओर से ट्विटर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनफॉलो किए जाने से उन्हें निराशा हुई है और विदेश मंत्रालय को इसका संज्ञान लेना चाहिए।