लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के वाराणसी लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने को लेकर किए जा रहे तमाम दावों और अटकलों पर गुरुवार को विराम लग गया। यह साफ हो गया कि प्रियंका कम से कम वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ रही हैं। गुरुवार को अपराह्न जारी की गई सूची से साफ हो गया कि 2014 की तरह इस बार भी अजय राय ही पंजे के दम पर चुनाव लड़ेंगे। अजय राय पिछले लोकसभा चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे थे और उनकी जमानत जब्त हो गई थी। वाराणसी में सातवें चरण में 19 मई को मतदान होना है। यहां नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल है।
कभी कांग्रेस का गढ़ रहा वाराणसी अब उसकी दुखती रग बन चुका है। कांग्रेस के टिकट पर यहां से अंतिम बार 2004 में राजेश मिश्रा सांसद बने थे। 2009 में इस सीट पर भाजपा के डॉ. मुरली मनोहर जोशी जीते थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका लगा और वह एक लाख से भी कम वोट पाकर तीसरे नंबर पर खिसक गई। तब यह सीट नरेंद्र मोदी ने पांच लाख 81 हजार वोट पाकर जीती थी। आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दो लाख नौ हजार वोट हासिल कर दूसरे जबकि कांग्रेस के अजय राय 75 हजार वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। महागठबंधन ने यहां से शालिनी यादव को टिकट दिया है। वह मेयर का चुनाव भी लड़ चुकी हैं और राज्यसभा के पूर्व उप सभापति श्यामलाल यादव की बेटी हैं।