नई दिल्ली। युद्ध केवल सीमा पर ही नहीं लड़ा जाता, हर वह व्यक्ति जो देश के लिए खड़ा है, आम आदमी की जिंदगी बचा रहा है वह भी एक योद्धा है। ऐसे ही योद्धा हैं कोरोना वारियर्स। देशवासियों की जान बचाने के लिए जी-जान से जुटे ऐसे ही योद्धाओं के अविस्मरणीय योगदान को भारत की सशस्त्र सेनाएं भी नमन कर रही हैं। आगामी 3 मई को हमारी सशस्त्र सेनाएं हमारे कोरोना योद्धाओं का अद्भुत तरीके से सम्मान करेंगी। फ्लाइ पास्ट होगा और कोविड-19 स्पेशल अस्पतालों पर फूल बरसाए जाएंगे। इस दौरान नौसेना के युद्दक जहाजों को रोशनी से जगमगाया जाएगा।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत ने शुक्रवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी।

सीडीएस रावत ने कहा कि पूरा देश कोविड-19 महामारी के खिलाफ मोर्चा लेने वालों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा, “हम सभी कोरोना वॉरियर्स के प्रति हम अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जो हमें सुरक्षित रखने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने वालों के साथ देश की सशस्त्र सेनाएं मजबूती से खड़ी हैं। पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रहा है। हम सेना की तरफ से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे योद्धाओं को सलाम करते हैं। देश की सेना सरकार के हर कॉल के साथ है।

कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में तीनों सेनाओं के कार्यक्रम

सीडीएस रावत ने बताया कि 3 मई को वायुसेना देशभर में फ्लाइ पास्ट करेगी। एक फ्लाइ पास्ट श्रीनगर से शुरू होकर तिरुअनंतपुरम तक पहुंचेगा जबकि दूसरा डिब्रूगढ़ से कच्छ तक जाएगा। भारतीय वायुसेना के फिक्स्ड विंग और एयरक्राफ्ट फ्लाइ पास्ट में हिस्सा लेंगे। वहीं, नेवी के हेलिकॉप्टर कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों के ऊपर फूल बरसाएंगे। इंडियन आर्मी अपनी तरफ से देशभर के करीब-करीब सभी जिलों के कुछ कोविड अस्पतालों के साथ माउंटेन बैंड डिस्प्ले करेगी। पुलिस बलों के समर्थन में सशस्र बल 3 मई को पुलिस मेमोरियल पर माल्यार्पण करेंगे।

कोरोना जैविक युद्ध का परिणाम, यह अभी नहीं कह सकते: सीडीएस

सीडीएस रावत ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण सेना को कोई भी ऑपरेशन प्रभावित नहीं हुआ है और न होगा। उन्होंने कहा, “अभी यह कहना ठीक नहीं होगा कि कोरोना वायरस जैविक युद्ध का परिणाम है।”

संवाददाता सम्मेलमन में सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरावणे, नौसेना प्रमुख एडमिरन करमबीर सिंह और वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया भी मौजूद थे।

 

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