वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 में शुक्रवार को पूर्वाह्न में वाराणसी से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। पिछली बार यानि सन् 2014 में भी वह इसी लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे और देश के प्रधानमंत्री बने थे। नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले मोदी ने एक होटल में भाजपा के बूथ कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के दर्शन किए और नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। ठीक 11.40 बजे उन्होंने भाजपा के आधिकारिेक प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी को सौंपा।
सहयोगी दलों के नेता भी कलेक्ट्रेट में रहे मौजूद
नरेंद्र मोदी का नामांकन जुलूस कोतवाली, मैदागिन, कबीरचौरा, लहुराबीर, अंधरापुल, नदेसर और वरुणापुल होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा। जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह के अनुसार चुनाव आयोग के निर्देशानुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाहन समेत तीन वाहन रायफल क्लब तक आए। उनके साथ आने वाले वीवीआईपी कलेक्ट्रेट के मुख्यद्वार से पैदल ही कलेकट्रेट परिसर में दाखिल हुए। नामांकन कक्ष में मोदी के साथ चार अन्य प्रस्तावक ही अंदर गए जबकि साथ में आए एनडीए के सहयोगी दलों के नेता दूसरे कक्ष में मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा नेताओं अमित शाह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी के अलावा अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल, जदयू के नीतीश कुमार, शिव सेना के उद्धव ठाकरे, आन्नाद्रमुक के पन्नीर सेल्वम, और लोजपा के रामविलास पासवान सहित तमाम दिग्गजों ने एक साथ मौजूद रहकर लोकसभा चुनाव में राजग की एकजुटता प्रदर्शित की।
डोमराजा परिवार के जगदीश भी प्रस्तावकों में शामिल
मोदी के नामांकन दाखिल करते समय प्रस्तावक कौन होगा इसको लेकर भाजपा ने अंतिम समय तक गोपनीयता बरती। नामांकन से पहले ही स्थिति स्पष्ट हो पाई। नरेंद्र मोदी के प्रस्तावकों में सर्वाधिक चर्चा डोमराजा परिवार के जगदीश चौधरी की रही। अन्य प्रस्तावकों में वैज्ञानिक रमाशंकर पटेल, जनसंघ के जमाने से भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता, बीएचयू स्थित महिला महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्य अन्नपूर्णा शुक्ला शामिल हैं।