लखनऊ। लॉकडाउन के चलते विदेश तथा देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों/कामगारों के वापसी की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही सरकार ने इनको रोजगार दिलाने की तैयारी भी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रदेश में वापसी करने वाले प्रवासी श्रमिकों/कामगारों की उनकी क्षमता के अनुसार रोजगार भी दिलाएं। यूपी आनेवाले प्रत्येक श्रमिक/कामगार की स्किलिंग कर डाटा तैयार किया जा रहा है। होम क्वारंटीन पूरा होते ही स्किल के आधार पर यूपी के अंदर ही नौकरी/ रोजगार दिलाने की तैयारी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को टीम-11 के साथ बैठक में इस पर गहन चर्चा की। सीएम आदित्यनाथ ने इसके साथ ही सभी राज्यों से उनके जिला अनुसार यूपी के प्रवासी श्रमिकों तथा कामगारों की सूची मांगी है जिससे कि कोई दूसरे प्रदेश में ही न रह जाए। प्रदेश में अब तक अन्य राज्यों से 7 लाख से अधिक यूपी के प्रवासी श्रमिकों/कामगारों की वापसी हो चुकी है। प्रदेश सरकार हर प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को वापस लाना चाहती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यहां पर आने वाले हर श्रमिकों/कामगार को जांच के लिए क्वारंटीन सेंटर में रखने और उन्हें सुरक्षित घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रत्येक श्रमिकों/कामगार को खाद्यान्न और एक हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता भी दे रहे हैं। प्रदेश के क्वारंटीन सेंटरों की क्षमता अब 12 लाख से ज्यादा की हो गई है। सभी के चेकअप के लिए 50 हजार से अधिक लोगों की मेडिकल टीमें लगाई गई हैं। मुख्यमंत्री ने सभी जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि सभी प्रवासी श्रमिकों/कामगारों से सहानुभूतिपूर्ण और सम्मानजनक व्यवहार करते हुए उन्हें समय पर खाद्यान्न, भरण पोषण भत्ता व नौकरी/रोजगार उपलब्ध कराएं।
प्रदेश में अब तक 37 ट्रेन प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को लेकर आ चुकी हैं। इससे करीब 30 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिकों/कामगारों आए हैं। इसके साथ ही आज भी कई जिलों के लोग 20 ट्रेन से आएंगे। शुक्रवार को भी 25 से 30 ट्रेन प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को लेकर उत्तर प्रदेश पहुंचेंगी। उन्होंने कहा प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की दस हजार से ज्यादा बसें लगाई गई हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में भी साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिकों/कामगारों यूपी लाये गए थे।