श्रीनगर/नई दिल्ली, 13 अप्रैल। कश्मीर में कुछ शरारती तत्वों ने भारतीय सेना को बदनाम करने के लिए सैनिकों पर लड़की से छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के विरोध में प्रदर्शन कर अराजकता फैलाने की कोशिश की गई। इस राज्य में सेना की छवि खराब करने की साजिश तरह रची जाती है, इसका खुलासा एक लड़की के बयान से हुआ है। जबकि हंदवाड़ा में सेना पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर हिंसा हुई।
ज्ञातव्य है कि मंगलवार को श्रीनगर के हंदवाड़ा में एक लड़की के साथ हुई छेड़छाड़ की अफवाह फैलने के बाद बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया और खासा बवाल मचा। अफवाह फैलने के बाद लोग सेना के बंकर पर पथराव की कोशिश करने लगे। हंदवाड़ा में प्रदर्शन के दौरान पथराव कर रही भीड़ को तितर-बितर करने और हिंसक प्रदर्शन रोकने के लिए सेना ने फायरिंग की, जिसमें तीन लोगों के मौत हो गई। दरअसल, हंदवाड़ा में कुछ शरारती तत्वों ने एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की। इसके बाद उपद्रवियों ने सेना के खिलाफ लोगों को उकसाया, जिससे हालात खराब हो गए।
अब सेना के खिलाफ साजिश की उक्त लड़की ने वीडियो गवाही दी है। लड़की ने खुद सामने आकर बताया कि एक युवक ने पहले उसे थप्पड़ मारा था और फिर बाद में लोगों को इकट्ठा कर उन्हें उकसा दिया जिससे माहौल खराब हो गया। लड़की ने वीडियो में कहा है कि सेना के किसी जवान ने उसका उत्पीड़न नहीं किया और न ही उसके साथ छेड़छाड़ की। उसके साथ छेड़छाड़ करने वाला सेना का जवान नहीं था। एक लड़के ने इस पूरी अफवाह को फैलाया है। उसने कहा कि मैं अपने स्कूल से वापस आ रही थी उसी वक्त मैंने अपना स्कूल बैग अपनी दोस्त को दिया और बाथरूम जाने लगी। तभी एक स्थानीय लड़का वहां आया और उसने मेरा बैग छीनने की कोशिश की, मैंने उस लड़के का विरोध किया तो उसने मुझे थप्पड़ मारा। तभी एक पुलिसवाला आया और मुझे पुलिस स्टेशन ले गया। बाद में उस लड़के ने और भी लड़कों को भड़काया जिससे माहौल खराब हो गया।
सेना ने अपने एक बयान में ये भी कहा है कि लड़की ने सेना पर छेड़खानी का आरोप नहीं लगाया, छेड़छाड़ में कोई जवान शामिल नहीं है। लेफ्टिनेंट कर्नल एनएन जोशी (सेना पीआरओ) ने कहा कि हमने जो वीडियो रिलीज किया है, उस पर गौर करें तो सामने आता है कि कोई छेड़छाड़ नहीं हुई। ये सब सेना की छवि खराब करने के लिए किया गया है। लेकिन अगर किसी ने गलती की है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, सेना ने अपने एक बयान में ये भी कहा है कि लड़की ने सेना पर छेड़खानी का आरोप नहीं लगाया, छेड़छाड़ में कोई जवान शामिल नहीं है। लेफ्टिनेंट कर्नल एनएन जोशी (सेना पीआरओ) ने कहा कि हमने जो वीडियो जारी किया है, उस पर गौर करें तो सामने आता है कि कोई छेड़छाड़ नहीं हुई। ये सब सेना की छवि खराब करने के लिए किया गया है। लेकिन अगर किसी ने गलती की है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस वीडियो से साफ है कि सेना पर जो छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं वो पूरी तरह बेबुनियाद हैं
फिलहाल राज्य की मुख्यंमत्री महबूबा मुफ्ती ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं, वहीं सेना ने भी अपने स्तर पर जांच का भरोसा दिया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। इसे लेकर अलगाववादियों ने आज कश्मीर बंद का ऐलान किया है जिसके चलते प्रशासन ने शहर के कई इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है।