नई दिल्ली। कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से सुस्त पड़ी खेतीबाड़ी और उद्योग धंधों या यूं कहें कि अर्थव्यवस्था को गति देन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती 12 मई को आत्मनिर्भर भारत अभियान (Self-reliant india campaign) या आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज (Atmnirbhar Bharat Abhiyan Package) की घोषणा की थी। इसके बारे मे विस्तार से जानकारी देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई सेक्टर) के लिए कई तरह की राहत का ऐलान किया था। लगातर दूसरे दिन गुरुवार को भी उन्होंने इस पैकेज से संबंधित और जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसानों, प्रवासी मजदूरों, रेहड़ी-पटरी वालों के लिए कई घोषणाएं की। वित्त मंत्री ने 50 लाख रेहड़ी वालों (Street vendors) के लिए लोन का ऐलान। इनके लिए 5000 करोड़ रुपये के विशेष ऋण सुविधा (Special credit facility) दी जाएगी। शुरुआत में वर्किंग कैपिटल करीब 10 हजार रुपये मिलेंगे जिससे कारोबार की शुरुआत हो सके। यह योजना एक महीने के आअंदर लागू हो जाएगी।
हाउसिंग सेक्टर के लिए आयेगी योजना
वित्त मंत्री ने कहा कि हाउसिंग सेक्टर के लिए 70000 करोड़ रुपये की बढ़ावा देने वाली योजना लाएंगे। 6 लाख से 18 लाख तक आय वालों को इसका लाभ मिलेगा। 2.5 लाख मध्यम वर्ग के लोगों को फायदा होगा। मजदूरों को इसका लाभ मिलेगा। हाउसिंग क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम को 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दिया गया है।
प्रमुख घोषणाएं
-15 मार्च 2020 से अब तक 7200 नए सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHGs) बनाए गए हैं जो शहरी गरीबों के लिए है।
-12 हजार सेल्फ हेल्प ग्रुप ने 3 करोड़ मास्क और 1.20 लाख लीटर सैनिटाइजर तैयार किए हैं। इस काम के जरिए उन्हें आर्थिक मदद मिली है।
-रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपपमेंट के लिए मार्च महीने में राज्यों को 4200 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
-नाबार्ड बैंक द्वारा को-ऑपरेटिव बैंक और रिजनल रूरल बैंक को मार्च में 29,500 करोड़ रुपये की री-फाइनैंसिंग की गई है।
-25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं जिसकी लोन लिमिट 25 हजार करोड़ रुपये है।
-फसली लोन पर जो रीपेमेंट की तारीख 1 मार्च थी, उसे बढ़ाकर 31 मई 2020 कर दिया गया है।