लखनऊ। राजस्थान एवं पंजाब राज्य में पाकिस्तानी टिड्डियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यूपी में भी एलर्ट जारी कर दिया गया है। कृषि विभाग ने राजस्थान के लगे मथुरा और आगरा समेत आसपास के जिलों के साथ-साथ पंजाब के बाद हरियाणा राज्य से लगे सीमावर्ती जिले शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ और बागपत को एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में कहा गया है कि टिड्डियों को नियंत्रित या नष्ट करने के बारे में क्षेत्रीय केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबन्धन केन्द्र की ओर से जारी सलाह का पालन करते हुए तत्काल कदम उठाएं।
टिड्डियों के नियंत्रण के लिए फायर ब्रिगेड की सैकड़ों गाडि़यां लगाई गई
पंजाब में टिड्डियों के नियंत्रण के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से मैलाथियान समेत अन्य कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही डीजे वाले बड़े स्पीकरों से गाने बजाए जा रहे हैं। राजस्थान सरकार ने भी जैसलमेर से लेकर अन्य सीमावर्ती जिलों में ऐसी छिड़काव कराना शुरू कराया है। दूसरी तरफ एकीकृत नाशीजीव केन्द्र की ओर से रातों में अलग-अलग स्थानों पर गड्ढ़े खोदकर या ट्रेंच बनाकर तेज प्रकाश कर टिड्डियों को मारा जा रहा है।
केन्द्रीय एजेन्सी की टीम लखनऊ से रवाना
लखनऊ स्थित क्षेत्रीय नाशीजीव प्रबन्धन केन्द्र के विशेषज्ञों की एक टीम एक सप्ताह पूर्व ही अपनी दिल्ली टीम के सहयोग के लिए राजस्थान के जैसलमेर पहुंच चुकी है। इस केन्द्र की दूसरी टीम गुरुवार को राजस्थान के सूरतगढ़ के लिए रवाना हो रही है। टीम के सदस्य एकीकृत प्रबन्धन के माध्यम से टिड्डियों को नष्ट करने के उपाय करेंगे।
केंद्र के प्रभारी डा. प्रदीप कुमार कहते हैं कि पहले भी पाकिस्तान की ओर से आने वाले टिड्डियों के हमले होते रहे हैं लेकिन अबकि इनके आगे बढ़ने की प्रवृति कहीं अधिक तेज है। सम्भव है कि लॉकडाउन के कारण प्रदूषण की कमी या किसानों द्वारा प्रभावी कदम नहीं उठाने की वजह से ऐसा हुआ हो।
प्रदेश में कृषि विभाग ने शुरू की तैयारी
कृषि विभाग ने सीमावर्ती जिलों के जिला कृषि अधिकारियों व उप कृषि निदेशकों को सतर्क करते हुए निर्देश दिया है कि वे जिला प्रशासन विशेषकर फायर ब्रिगेड से समन्यव स्थापित कर टिड्डियों को नष्ट करने की रणनीति तैयार कर लें। विभाग ने प्रभावित राज्य द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तार से बताते हुए अभी से अपनी तैयातियों को अन्तिम रूप देने के निर्देश दिए हैं। कृषि निदेशक सोराज सिंह ने कहा है कि हमने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। अगर टिड्डियों का प्रकोप होता है तो हम उन्हें नष्ट करने के लिए कीटनाशकों के इस्तेमाल के लिए ड्रोण का भी प्रयोग करेंगे।