आंवला (बरेली)। कस्बे के भरतजी इण्टर कालेज के विद्यार्थियां ने आंवला का नाम फिर एक बार रोशन किया है। जहां इण्टरमीडिएट के विद्यार्थियों ने मंडल में स्थान पाया है, वहीं एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार के होनहार बालक ने जिले के टॉप 10 में स्थान बनाया है। यह बालक है निखिल मौर्य और उसने 89.67 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं।
पिता ड्राइवर और माँ दिव्यांग हैं
निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले निखिल मौर्य प्रशासनिक सेवा में जाकर देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। उनके पिता ड्राइवर हैं तो माता दिव्यांग दोनों ही साक्षर हैं। निखिल के एक भाई आकाश मौर्य पॉलीटैक्निक की पढ़ाई कर रहा है तो बड़ी बहिन बीएससी की छात्रा है।
निखिल ने बताया कि उनके माता-पिता ने तीनों भाई-बहन को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए कड़ी मेहनत की। अनेक परेशानियों का सामना करते हुए हम तीनों बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला रहे हैं। माता गुड़िया मौर्य ने बताया कि वह जन्म से दिव्यांग है। उनके गांव से स्कूल बहुत दूर था इस कारण वह शिक्षा ग्रहण न कर सकी। परन्तु उन्होंने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने का पूरा मन बना लिया है। तीनों बहिन भाईयों ने भरतजी सरस्वती इण्टर कालेज में ही शिक्षा ग्रहण की है।
निखिल ने कहा कि नियमित दिनचर्या से ही वह यह सफलता हासिल कर सके है। निखिल के माता-पिता का कहना है कि भले ही उनको और अधिक परेशानी उठानी पड़े बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए उन्हें अच्छी शिक्षा दिलाना ही जीवन का ध्येय है।
मोदी हैं आदर्श
निखिल मौर्य ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चाय बेची। बचपन में अनेक दुःखों का सामना किया परन्तु हार नहीं मानी। नरेन्द्र मोदी से उनको प्रेरणा मिलती है। वह एक देशभक्त और सख्त निर्णय लेने वाले निडर प्रधानमंत्री हैं। निखिल बोले कि मेरा मानना है कि इस देश को अभी लम्बे समय तक मोदी जैसे प्रधानमंत्री की आवश्यकता है।
प्रधानाचार्य, प्रबंधक और शिक्षकों ने दी बधाई
उनकी सफलता पर प्रधानाचार्य विद्यालय स्टाफ व प्रबन्धक सुनील अग्रवाल ने उनको व उनके परिवार को शुभकामनाएं दी है। श्री अग्रवाल ने कहा कि विद्यालय का परीक्षाफल शत प्रतिशत रहा है। हम सब बच्चों के स्वर्णिम भविष्य के लिए प्रयासरत हैं। बच्चे को बहुत बधाई और साथ ही स्कूल के शिक्षक भी बधाई के पात्र हैं।