लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने को लेकर एक बार फिर बयान दिया है। मुलायम ने शनिवार को कहा कि इस गोलीकांड में 16 लोग मारे गए थे लेकिन एकता के लिए जरूरत पड़ती तो 30 लोगों की जान ले लेते। मुलायम ने कहा कि गोलीकांड की वजह से देश की एकता बच सकी।
गौरतलब है कि शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन किया। इस मौके पर सरकार के कई मंत्री और पार्टी के नेता मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि कारसेवकों पर गोली नहीं चलती तो मुसलमानों का विश्वास देश से उठ जाता। सदन में मेरा बहुत विरोध किया गया, लेकिन देश की एकता के लिए यही सही था।
मुलायम ने कहा, ‘अयोध्या कांड में गोली चलवाने से मेरी बहुत आलोचना हुई। लेकिन देश की एक मस्जिद बचाने के लिए यह जरूरी था। इसके लिए मुझे गोलियां चलवानी पड़ी।’
बता दें कि वर्ष 1990 में उनके मुख्यमंत्रित्वकाल में अयोध्या में विवादित ढांचे को बचाने के लिए उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश दिए थे। इस गोलीबारी में 16 लोग मार गए थे। इस घटना के बाद मुलायम सिंह ने इस्तीफा दे दिया था। मुलायम सिंह इसके पहले भी कारसेवकों पर हुई गोलीबारी पर अफसोस जता चुके हैं।