ट्विटर के जरिए कांग्रेस पर बरसते हुए अदिति सिंह ने कहा, “अगर बसें हैं तो राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र में क्यों नहीं लगाईं?” साथ ही अपनी पार्टी को नसीहत दी कि “वह कोरोना वायरस के इस संकट की घड़ी में सियासत न करे।”

रायबरेली। (Politics on buses)। उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों के लिए 1,000 बसों को लेकर शुरू हुई सियासत अब दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है। दरअसल, इन बसों को लेकर चल रही खींचतान में यह ट्विस्ट कांग्रेस विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) की इंट्री के साथ आया। अपनी पार्टी के रवैये पर नाराजगी जताते हुए अदित ने कहा, “कांग्रेस नीची राजनीति न करे।“ इतने पर भी गुस्सा कम नहीं हुआ तो उन्होंने कांग्रेस पर “फर्जीवाड़े” का भी आरोप लगाया दिया।

ट्विटर के जरिए कांग्रेस पर बरसते हुए अदिति ने कहा, “अगर बसें हैं तो राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र में क्यों नहीं लगाईं?” साथ ही अपनी पार्टी को नसीहत दी कि “वह कोरोना वायरस के इस संकट की घड़ी में सियासत न करे।” अदिति सिंह ने कांग्रेस पर ही फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि यह कैसा क्रूर मजाक है?

अदिति सिंह ने ट्वीट किया, “आपदा के समय ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत? एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व ऐबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, यह कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाईं?”

एक और ट्वीट में अदिति ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, “कोटा में जब यूपी के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें। तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए, सीमा तक ना छोड़ पाई। तब योगी आदित्यनाथ जी ने रातों रात बसें लगाकर इन बच्चों को घर पहुंचाया। खुद राजस्थान के सीएम ने भी इसकी तारीफ की थी।” अदिति सिंह ने अपने ट्वीट में योगी आदित्यनाथ की न केवल तारीफ की बल्कि उन्हें इस ट्वीट में टैग भी किया।

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