न्यूयॉर्क। भारत को लेकर पाकिस्तान द्वारा फैलाये जा रहे झूठ (खासकर सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट) को अब इस्लामिक देश भी कोई तवज्जो नहीं देते हैं। यही कारण है कि हमारी पश्चिमी सीमा के पार बसे इस आतंकिस्तान को एक बार फिर बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर मुंह की खानी पड़ी। मालदीव जैसे छोटे से देश ने भी उसे बुरी तरह लताड़ लगाई।

संयुक्त राष्ट्र (UN) में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) की वर्चुअल मीटिंग हुई। पाकिस्तान ने इसमें आरोप लगाया भारत में “इस्लामोफोबिया” फैलाया जा रहा है। मालदीव ने दो टूक शब्दों में पाकिस्तान की साजिश को न सिर्फ नाकाम कर दिया बल्कि उसे आईना भी दिखाया। मालदीव ने कहा, “सोशल मीडिया पर चंद लोग जो हरकतें या बयानबाजी करते हैं, उसे 130 करोड़ भारतीयों की राय नहीं समझा जा सकता।” 

एकन्यूज एजेंसी के मुताबिक, हाल के दिनों में देखा गया है कि सोशल मीडिया पर कई पाकिस्तानी यूजर्स भारत के खिलाफ प्रोपेगंडा चला रहे हैं। इनमें से ज्यादातर को पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई से इसके लिए मेहनताना मिलता है। भारत के खिलाफ जहर उगलने वाली ऐसी पोस्ट में कहा जाता है कि भारत में मुस्लिमों के लिए कोई जगह नहीं बची। वहां इस्लामोफोबिया फैल रहा है। भारत में पाकिस्तान की इस हरकत को साजिश के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, पाकिस्तान झूठ फैलाकर भारत और अरब देशों के बीच खाई पैदा करना चाहता है। अरब देशों की बड़ी हस्तियों को भारत के खिलाफ भड़काने की साजिश हो रही है। कुछ दिनों पहले कतर की शहजादी को लेकर भी ऐसी ही फर्जी पोस्ट पाकिस्तान से की गई थी जिसमें वह भारत में मुसलमानों की स्थिति को लेकर नाराजगी जता रही थीं। ओआईसी में भी पाकिस्तान ने यही चाल चली। उसके प्रतिनिधी मुनीर अकरम में भारत पर कई आरोप लगाए।

भारत में रहते हैं 20 करोड़ मुस्लिमः मालदीव

पाकिस्तान के प्रतिनिधिमुनीर अकरम जब भारत के खिलाफ अपनी भड़ास निकला चुके तो मालदीव ने उनके इस झूठ के गुब्बारे में सुई चुभो दी। यूएन में मालदीव की स्थायी प्रतिनिधी थिलमीजा हुसैन ने कहा, “कुछ भटके हुए लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाई गई बातें भारत के 130 करोड़ लोगों की राय नहीं हो सकती। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। वहां कई धर्मों के लोगों के अलावा 20 करोड़ मुस्लिम भी रहते हैं। ऐसे में इस्लामोफोबिया की बात करना ही बेकार है क्योंकि इसमें कोई तथ्य नहीं है।” 

भारत का दूसरा बड़ा मजहब है इस्लाम

थिलमीजा हुसैन ने कहा, “भारत में सदियों से इस्लाम है। वहां हर धर्म के लोग मिलजुलकर रहते हैं। किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि इस्लाम भारत का दूसरा सबसे बड़ा मजहब है। भारत की कुल आबादी का 14.2 प्रतिशत मुस्लिम हैं। मालदीव ओआईसी में ऐसी किसी कार्रवाई का समर्थन नहीं करेगा जो भारत के खिलाफ हो।”

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