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बरेली। लॉकडाउन में हापुड़ से पश्चिम बंगाल लौट रहे मजदूरों के साथ निजी बस में जा रही महिला ने बरेली इलाके में जुड़वा बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद महिला की हालत बिगड़ने पर उसे तत्काल एंबुलेंस से जिला महिला अस्पताल ले जाया गया। वहां इलाज के बाद जब महिला का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लेने की बात आई तो परिवार तैयार नहीं हुआ। बिना बताये महिला को लेकर परिवार चुपचाप वहां से निकल गया। काफी खोजबीन के बाद भी महिला का पता नहीं चला तो कोतवाली पुलिस को लिखित सूचना दी गई।

पश्चिम बंगाल का रहने वाला मिथुन हापुड़ में ईंट-भट्ठे पर काम करता है। लाकडाउन के बाद वहां रहने वाले कई परिवार निजी बस से पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुए थे। बीते शनिवार की देर रात बस बिथरी पहुंची तो मिथुन की गर्भवती पत्नी फातिमा को प्रसव पीड़ा होने लगी। वह छह माह की गर्भवती थी। इससे पहले कि उसे किसी अस्पताल ले जाया जाता, बस में ही उसने जुड़वा बेटियों को जन्म दिया, जिसमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई। 102 नंबर पर फोन करने पर सरकारी एंबुलेस आई तो आननफानन उसे महिला अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों ने दूसरी बच्ची को भी मृत घोषित कर दिया।

बताया जा रहा है कि छह माह की दोनों बच्चियां मृत ही पैदा हुई थीं। फातिमा को भर्ती कर उसका इलाज शुरू हुआ। जब पता चला कि वह प्रवासी परिवार से है तो उसका कोविड-19 सैंपल लेने के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट को बुलाया गया। लेकिन परिवार सैंपल के लिए तैयार नहीं हुआ और पश्चिम बंगाल जाने की जिद करने लगा। हंगामा पर पुलिस बुला ली गई। कुछ देर बाद महिला को थोड़ा आराम मिला तो पति और परिवार के साथ चुपचाप वहां से चली गई और उसका कोरोना सैंपल भी नहीं लिया जा सका। सीएमएस डा. अलका शर्मा ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी।

एक दिन भी रुकने को तैयार नहीं था परिवार

जिला महिला अस्पताल पहुंचा परिवार एक दिन रुकने की बात सुनकर भड़क गया। फातिमा के पति मिथुन ने डाक्टर से उसे डिस्चार्ज करने को कहा। डा. वर्षा ने उसकी हालत गंभीर होने की बात कही। साथ ही बताया कि कोविड-19 वायरस का सैंपल लिया जाएगा और उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही डिस्चार्ज करने के बारे में निर्णय होगा। परिवार इसके लिए तैयार नहीं हुआ और मौका पाकर वहां से चला गया।

महिला गंभीर हालत में आई थी और उसे 6 माह में प्रसव हो गया था। हालत देखकर उसे भर्ती किया गया और इलाज के बाद कोविड-19 वायरस सैंपल लेने के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट को सूचना दी गई थी। लेकिन परिवार बिना सूचना दिए ही चला गया। उसका पति एक दिन भी रुकने को तैयार नहीं हो रहा था।- डा. अलका शर्मा, सीएमएस

By vandna

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