नई दिल्ली (एजेंसी)। सीएसआईआर और रिलायंस ने संयुक्त रूप से एक ऐसे आरटी-लैंप टेस्ट को विकसित किया है, जिससे मात्र 30 मिनट में जांच की रिपोर्ट आ जाएगी। इसकी लागत भी केवल 90 रुपये ही होगी। इसका नैदानिक परीक्षण शुरू किया गया है और इसके सफल रहने के बाद आईसीएमआर से मंजूरी ली जाएगी। यह आरटीपीसीआर जैसा ही टेस्ट होता है, जो वायरस की पहचान करता है।
कोरोना वायरस की जांच की गति को और तेज करने के लिए जल्द ही एक नया टेस्ट देश में उपलब्ध होगा। सीएसआईआर की जम्मू स्थित प्रयोगशाला इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन के निदेशक राम विश्वकर्मा ने बताया कि रिलायंस के साथ मिलकर यह टेस्ट विकसित किया जा चुका है।
रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों में किया जा सकता है इस्तेमाल
उन्होंने कहा कि सभी मंजूरियां मिलने के बाद इसे बड़े पैमाने पर बाजार में उतारने की योजना है। ताकि जल्द ही मौके पर ही कोरोना की जांच हो जाए। मौजूदा आरटीपीसीआर टेस्ट करने के लिए मशीनों की जरूरत होती है, जिसकी कीमत 15 लाख रुपये है। इसमें मशीन की जरूरत नहीं होती है बल्कि आरएनए टेंपलेट इस्तेमाल किया जाता है।
आरटी लैंप टेस्ट से तीस मिनट में नतीजा मिलता है और एक टेस्ट की लागत 90 रुपये के करीब आएगी। इसका फायदा यह है कि इसे रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों, अस्पतालों, क्लीनिकों में इस्तेमाल किया जा सकता है। मौके पर ही जांच की जा सकती है। नमूने कहीं ले जाने की जरूरत नहीं पड़ती है।