बरेली। एनपीआर यानि नेशनल पापुलेशन रजिस्टर के तहत बरेली में जनगणना कार्य 20 जुलाई के बाद कराने की तैयारी है। इसके तहत पहले शहर के मकानों की गिनती की जाएगी उसके बाद नागरिकों की गिनती होगी। प्रगणक परिवार में सामानों का ब्योरा रजिस्टर में दर्ज करेंगे। फिर सदस्यों का नाम दर्ज किया जाएगा। इसके लिए इसी माह अर्थात जून में नगर निगम सभी प्रगणकों को प्रशिक्षण देगा। कर निरीक्षकों को अलग-अलग जोन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शहर में गणना के लिए नगर आयुक्त को नोडल अधिकारी बनाया गया है। साथ मकानों की गिनती 30 जून तक पूरी किये जाने का लक्ष्य था लेकिन कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के कारण इस कार्य को रोक दिया गया था। अधिकारियों के अनुसार इस कार्य में करीब 42 दिनों का समय लगेगा। एनपीआर के तहत जनगणना में लोगों, मकानों के साथ ही शौचालयों एवं रसोई की भी गिनती की जाएगी। साथ ही घर में बिजली कनेक्शन, गैस कनेक्शन और पेयजल के इंतजाम के भी आंकड़े जुटाए जाएंगे। इसका डाटा समय-समय पर संशोधित किया जाता रहेगा क्योंकि 2016 के बाद एनपीआर संशोधित नहीं किया गया है।
बरेली शहर में एक लाख 30 हजार मकान
2016 के नगर निगम में दर्ज आकंड़ों के अनुसार बरेली के 80 वार्डों में एक लाख 30 हजार मकान हैं। इन मकानों में क्या-क्या सुविधा है, इसके आंकड़े नगर निगम के पास नहीं हैं। अब नए गणना होने से निगम को भी सही आंकड़े मिल जाएंगे। नये आंकड़ों के हिसाब से निकट भविष्य में ही नगर निगम को राजस्व में लाभ होगा।
ये ब्यौरे किये जाएंगे दर्ज
जनगणना में वर्तमान पता, पते पर रहने की अवधि, स्थायी पता, नागरिक का नाम, भवन नंबर, मकान की हालत कैसी है, ईधन का प्रकार, स्नान गृह, रसोईघर, लैपटाप, कम्प्यूटर, मोबाइल, टेलीफोन, इंटरनेट शौचालय की स्थिति, टीवी, रेडियो, परिवार के मुखिया से उसका संबंध, माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, शादीशुदा होने पर पति-पत्नी का नाम, लिंग, जन्म स्थान, नागरिकता, व्यवसाय, शैक्षणिक स्थिति, जल निकासी, घर में मौजूद अनाज के प्रकार, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि की जानकारी ली जाएगी।
नगर निगम के जनगणना कार्य प्रभारी ललतेश सक्सेना के अनुसार “नगर निगम के क्षेत्र को अनेक जोन में बांटकर उसके अनुसार ही जनगणना का कार्य किया जाएगा। इसके बाद एनपीआर में ब्यौरा दर्ज किया जाएगा। तदुपरान्त ही पूरी जानकारी विभाग की साइट पर अपलोड किया जाएगी।”