नई दिल्ली। (Tourist visa violation) पर्यटक वीजा (Tourist visa) पर भारत आकर तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के धार्मिक जलसों में शामिल होने वाले 2550 विदेशी नागरिकों पर भारत सरकार ने अगले 10 साल के लिए प्रतिबंधित लगा दिया है। अब ये सभी विदेशी अगले 10 साल तक भारत नहीं आ सकेंगे। इन सभी को वीजा नियमों का उल्लंघन करने के लिए प्रतिबंधित किया गया। बताया जा रहा है कि इन विदेशियों ने पूरे भारत का दौरा किया और तबलीगी गतिविधियों में पर्यटक वीजा पर भाग लिया। सूत्रों के अनुसार अभी जांच जारी है और संख्या और बढ़ सकती है।
इस कड़ी में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने पिछले गुरुवार को दक्षिण दिल्ली स्थित साकेत कोर्ट में 12 नई चार्जशीट दाखिल कीं जिनमें 541 विदेशी नागरिकों को आरोपित बनाया गया। पुलिस अब तक कुल 47 चार्जशीट फाइल कर चुकी है, जिनमें 900 से अधिक जमातियों को आरोपित बनाया गया है।
इन देशों के नागरिकों पर बैन
ब्लैकलिस्ट किए गए 2550 विदेशी तबलीगी जमातियों में माली, नाइजीरिया, श्रीलंका, केन्या, जिबूती, तंजानिया, दक्षिण, अफ्रीका, म्यांमार, थाईलैंड, बांग्लादेश, ब्रिटेन (OCI कार्ड धारक) ऑस्ट्रेलिया और नेपाल के नागरिक शामिल हैं।
ऐसे खुली थी विदेशी नागरिकों की पोल
कोरोना वायरस संकट के दौरान दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में एक मजहबी जलसे में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक भी पहुंचे थे। इस जलसे में शामिल जब कुछ लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ और कुछ की जान चली गई तो तबलीगी जमात के कार्यक्रम की जानकारी हुई। इसी के साथ जमात में शामिल होने के लिए विदेश से आने वाले नागरिकों की चालबाजी भी पकड़ी गई है। तबलीगी जमात से जुड़े लोगों की ट्रेसिंग के दौरान कुछ विदेशी नागिरक पकड़े गए। जब इनकी जांच की गई तो तमाम जमातियों के पास से टूरिस्ट वीजा बरामद हुआ। इससे पता चला कि ये विदेशी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत आते हैं और यहां मजहबी गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं।
निजामुद्दीन का मामला सामने आने के बाद तबलीगी जमात के देश के बाकी मरकजों में भी विदेश से आए लोगों का पता चला था। तेलंगाना से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड तक तमाम राज्यों में कई मस्जिदों से 700 से ऊपर विदेशी पकड़े गए थे। इनमें से ज्यादातर टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। निजामुद्दीन मरकज में 216 विदेशियों के अलावा लखनऊ में 13, रांची की मस्जिदों में 30 औरपटना की मस्जिदों में 10 विदेशी पकड़े गए हैं। 1 जनवरी से इस साल मार्च तक भारत के तमाम हिस्सों में तबलीगी गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए करीब दो हजार से ज्यादा विदेशी आए थे।