नई दिल्ली। (BJP MP from Ladakh Jamyang Sering Namgyal’s reply to Rahul Gandhi) लगता है कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के ग्रह-नक्षत्र अभी भी सही नहीं चल रहे हैं, प्रतिद्वंद्वी दलों खासकर भाजपा पर जब भी हमला करते हैं, फंदा खुदा उनके गले में ही आ गिरता है। सोमवार को उन्होंने कहा था- चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ बोलते क्यों नहीं? इसके कुछ दिन घंटों बाद ही मंगलवार को खबर आयी कि चीना सेना पूर्वी लद्दाख के गलवान में ढाई किलोमीटर पीछे हट गई है। इसके बाद लद्दाख से भाजपा सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने राहुल गांधी के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा- “हां चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है लेकिन कांग्रेस के कार्यकाल में।” इसके साथ ही नामग्याल ने एक लिस्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि चीन ने कांग्रेस सरकार के दौरान कब-कब भारत की जमीन पर कब्जा किया है।
भाजपा सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि राहुल गांधी और कांग्रेस तथ्यों के आधार पर मेरे जवाब से सहमत होंगे और उम्मीद है कि वह फिर से गुमराह करने की कोशिश नहीं करेंगे।”
नामग्याल ने जवाबी ट्वीट में दावा किया है कि चीन ने कांग्रेस के कार्यकाल में इन स्थानों पर भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया था-
1- 1962 में कांग्रेस शासन के दौरान अक्साई चिन (37,244 वर्ग किलोमीटर)।
2- यूपीए (मनमोहन सिंह) के समय में 2008 तक चुमुर क्षेत्र में टिया पंगांक और चौबजी घाटी (250 मीटर लंबाई)।
3- चीन सेना द्वारा डेमजोक में जोरावर किले को वर्ष 2008 में नष्ट कर दिया गया था और 2012 में यूपीए शासन के दौरान ही चीनी सेना ने आबसर्विंग प्वाइंट को सेटअप किया और 13 सीमेंट वाले घरों के साथ कॉलोनी भी बनाई।
4- यूपीए शासन के दौरान 2008-2009 में डुंगती और डेमजोक के बीच भारत ने डूम चेले (प्राचीन व्यापार बिंदु) को खो दिया।
गौरतलब है कि सोमवार को राहुल गांधी ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए ट्वीट किया था, “सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त, लेकिन दिल के ख़ुश रखने को ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।” तब राजनाथ ने इसके जवाब में लिखा था मिर्ज़ा ग़ालिब का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज़ में है- “हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै, ‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै…”। इसके बाद अगले दिन राहुल ने एक बार फिर ट्वीट कर राजनाथ पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “एक बार जब रक्षा मंत्री की हाथ के चिह्न पर टिप्पणी पूरी हो जाए तो क्या वह जवाब दे सकते हैं कि क्या लद्दाख में चीन ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है?”