बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के बैनर तले सोमवार को मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक के मुद्दे पर चौकी चौराहा स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन धरना प्रदर्शन किया। खास बात यह रही कि इन मौन महिलाओं को मजलिस के जिलाध्यक्ष डा. सरताज हुसैन अब्बासी ने सम्बोधित किया। उन्होंने महिलाओं से कहा कि मुसलमान कुरान हदीस में दिये रास्ते से हटकर कुछ भी करने को तैयार नहीं है।
डा. सरताज ने कहा कि केन्द्र सरकार मुसलमानों के विरूद्ध षडयन्त्र रचते हुए इस्लाम को अपमाननित करने की साजिश रच रही है। बोले कि यह मजहब की लड़ाई है। इसमें जो कुर्बानी देनी पड़े, हम तैयार हैं। चाहे इसके लिए सड़क पर उतर कर विरोध क्यों न करना पड़े।
प्रदेश के आवाहन पर हो रहे धरना प्रदर्शन के दौरान जिला महासचिव अतीक करम इदरीसी ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं अपने अधिकारों को भलीभंति जानती हैं। भाजपा मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की बात करती है उसे पहले जसोदा बेन के अधिकार दिलाने चाहिए। जिला सचिव मरगूब परवेज ने कहा कि कुरान में इंसान के पैदा होने से लेकर मरने तक के कानून हैं।
कुरान में हर चीज का जिक्र है। हमे किसी कानून व मशवरे की जरूरत नहीं है। मुस्लिम लॉ कानून कुरान शरीफ में पहले से दिये हुए है, जबकि गैर समुदाय के कानून 1952 में बने हैं। महानगर अध्यक्ष अनीस कुरैशी ने कहा कि मुसलमानों में लिंग भेद रंग व पेशे की बुनियाद पर कोई टकराव व भेदभाव नहीं है।