नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीन को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। झड़प में चीनी यूनिट का कमांडिंग ऑफिसर भी मारा गया है। जानकारी के अनुसार एलएसी पर झड़प में चीन के 43 सैनिकों की या तो मौत हुई है या गंभीर रूप से घायल हैं। भारत ने बड़ा कदम उठाते हुए लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच जारी सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत को रोक दिया है। इससे पहले भारत ने सेना को एलएसी पर स्थिति के मुताबिक फैसला लेने की पूरी छूट दे दी है। कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्यॉरिटी अफेयर्स की बैठक में इस बारे में फैसला किया गया।

सूत्रों ने जानकारी दी है कि झड़प में भारत से ज्यादा नुकसान चीन को हुआ है। सूत्रों ने कहा कि 15-16 जून की रात को हुई झड़प में चीन को भारी संख्या में नुकसान का सामना करना पड़ा है। जो सैनिक इस झड़प का हिस्सा थे उन्होंने चीनी हताहतों की संख्या के बारे में बताया।  सूत्रों ने कहा, “मारे गए और घायल दोनों हताहतों की सही संख्या बताना मुश्किल है लेकिन ये संख्या 40 से अधिक होने का अनुमान है।” वहीं, चीन ने भी माना है कि भारत के साथ हिंसक झड़प में उसे नुकसान उठाना पड़ा है। 

चीन का आरोप है कि भारतीय सैनिकों ने अवैध रूप से दो बार सीमा पार की और उत्तेजक हमले किए। चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि उसने भारत के सामने घटना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। हालांकि, उसने यह नहीं बताया है कि झड़प में उसके कितने सैनिकों की मौत हुई है। 

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