जिनेवा। पूरी दुनिया के लिए खतरा बन चुका कोरोना वायरस नित नए गुल खिला रहा है। भारत समेत कुछ देशों में इसकी रफ्तार थमने में नहीं आ रही तो चीन में यह पलटवार कर रहा है। हालांकि कुछ देशों में इस महामारी का असर कम होने लगा है। दुनियाभार में इसके लाखों ऐसे मरीज भी मिले हैं जिनमें प्रत्यक्ष तौर पर कोई लक्षण नहीं थे पर जांच में वे पॉजिटिव पाए गए। बहरहाल, कोरोना वायरस के इस अजीबोगरीब व्यवहार के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जो चेतावनी दी है, उसने सरकारों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। WHO ने कोरोना वायरस महामारी के “नए और खतरनाक” चरण की चेतावनी दी है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेब्येयियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने शुक्रवार को एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “दुनिया कोरोना वायरस महामारी के एक नए और खतरनाक चरण में है। अधिकतर लोग घरों में बंद रहकर तंग आ गए हैं लेकिन हालात अभी सुधरे नहीं हैं। वायरस अभी भी तेजी फैल रहा है। अमेरिका के साथ ही दक्षिण और पश्चिमी एशिया में भी बड़ी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं जो चिंता का विषय है।”

दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार जारी है। अमेरिका और ब्राजील इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन दोनों ही देशों के राष्ट्रपति शुरुआत में इस वायरस को हल्के में लेते रहे और कड़े उपायों का खुलकर विरोध किया। इस लापरवाही का परिणाम सबके सामने है। ब्राजील में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 10 लाख के पार पहुंच गई है। कोलंबिया और मैक्सिको में भी कोरोना की रफ्तार बढ़ती जा रही है। इन कम क्षेत्रफल और आबादी वाले देशों में मरने वालों का आंकड़ा क्रमश: 2,000 और 20,000 के पार निकल गया है। हालांकि, कुछ यूरोपीय देशों में संक्रमण की दर में कमी देखी गई है। इसके मद्देनजर ब्रिटेन ने कोरोना वायरस को लेकर जारी किए गए अलर्ट के स्तर को घटा दिया है। 

समय के साथ कई देशों ने लॉकडाउन जैसे कड़े उपायों को हटा लिया है ताकि अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा सके। लेकिन, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि लॉकडाउन हटाने को लेकर जल्दबाजी खतरनाक हो सकती है।

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