BareillyLive. बरेली। रुहेलखंड विश्विद्यालय बरेली के राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ की ओर से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ‘‘रोग प्रतिरोधक शक्ति और योग की भूमिका’’ पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता योगगुरु आचार्य बालकृष्ण ने वैदिक काल से ही योग और आयुर्वेद के जीवन में विशेष महत्व को विस्तार से बताया।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कोविड – 19 महामारी से सुरक्षा के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योग का सर्वाधिक महत्व है। सात्विक आहार-विहार व भारतीय जड़ी-बूटियों के माध्यम से असाध्य बीमारियों पर भी विजय पायी जा सकती है। अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी आदि का सही विधि से औषधीय रूप में सेवन कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में भी सक्षम है।
श्रीमद दयानंद गुरुकुल कन्या महाविद्यालय चोटीपुरा की आचार्या डॉ. सुमेधा आर्य, उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अशोक श्रोती, रुहेलखंड विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला, बीएचयू के प्रोफेसर बी सी कापरी, डॉ. एल एन जोशी, डॉ. अनु महाजन मौजूद रहीं।