नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर करीब डेढ़ माह से जारी तनाव जल्द ही दूर होने की उम्मीद बंधी है। भारत और चीन के बीच सोमवार को मोल्डो में देर रात तक चली लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता में तनाव में कुछ कमी आती लगी। बातचीत के दौरान चीन पूर्वी लद्दाख के तनाव वाले इलाके से अपने सैनिकों को हटाने पर सहमत हो गया है।
गौरतलब है कि एलएसी पर बीते 15 जून की रात हुए संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे जबकि चीन के कम से कम 40 जवान मारे गए थे। इस घटना के बाद तनाव चरम पर पहुंच गया और भारत ने अपने सैन्य कमांडरों को परिस्थितियों के अनुसार कार्रवाई करने की “खुली छूट” दे दी थी। सूत्रों ने बताया कि करीब 12 घंटे चली वार्ता में दोनों देशों के बीच पीछे हटने पर सहमति बनी है। दोनों देशों के बीच सकारात्मक बातचीत हुई है। चीन के साथ तनाव कम करने पर सहमति बनी है। वार्ता मेंपूर्वी लद्दाख से सैनिकों के हटाने के लिए तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
बातचीत के दौरान भारत की ओर से साफ कह दिया गया है कि एलएसी पर जैसी स्थिति 5 मई के पहले थी वैसे ही होनी चाहिए। यानी कि भारत की ओर से साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि चीन अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में वापस लौटे। इससे पहले दोनों पक्षों के बीच 6 जून को भी लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की पहले दौर की बातचीत हुई थी जिसमें दोनों पक्षों ने गतिरोध दूर करने के लिए एक समझौते को अंतिम रूप दिया था। हालांकि, 15 जून को हुई हिंसक झड़पों के बाद स्थिति बिगड़ गई।