मेलबर्न। भारत के सबसे तेजी से उभरते उद्योग समूहों में से एक अडानी को आस्ट्रेलिया में बड़ा झटका लगा है। क्‍वींसलैंड राज्‍य की सरकार ने एक लुप्‍तप्राय पक्षी की रक्षा के लिए उसकी एक परियोजना पर रोक लगा दी है। क्‍वींसलैंड सरकार का कहना है कि इस योजना की शर्तें उसे मंजूर नहीं हैं।

भारतीय उद्योगपति और ऊर्जा क्षेत्र के बड़े खिलाड़ी गौतम अडानी ऑस्‍ट्रेलिया में कारमाइकल कोयला खदान परियोजना पर काम कर रहे हैं। मीडिया विभाग ने शुक्रवार को कहा कि पर्यावरण विभाग की रिपोर्ट के बाद क्‍वींसलैंड सरकार ने इस खदान परियोजना पर रोक लगा दी है। पर्यावरण संबंधी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस परियोजना से क्‍वींसलैंड की एक काली गर्दन वाली लुप्‍तप्राय पक्षी को संकट उत्‍पन्‍न हो सकता है। ऐसे में यह कयास लगाए जो रहे हैं कि अडानी की य‍ह परियोजना अधर में लटक सकती है। इससे पहले यह कंपनी खदान परियोजना पर काम शुरू करती, दूसरी बाधा भूजल ने खड़ी कर दी है। भूजल पर पड़ने वाले प्रभाव की समीक्षा खुद राज्‍य सरकार कर रही है।

परियाजनों में आ रही बाधाओं को लेकर क्‍वींसलैंड के पर्यावरण अधिकारियों ने गुरुवार को अडानी समूह के अधिकारियों से मुलाकात की। इस बैठक में पर्यावरण अधिकारों ने साफ कहा कि मौजूदा स्‍वरूप में इस परियोजना को मंजूरी नहीं दी जा सकती है।

पर्यावरण विभाग का कहना है कि इस साइट पर काले गले वाले पक्षियों की एक बड़ी तादाद है जो लुप्‍तप्राय हैं। विभाग का कहना है कि कंपनी को अपनी प्रबंधन योजना की नीतियों की दोबारा समीक्षा करनी होगी और इस प्रक्रिया को दोबारा शुरू करना होगा।

इस बीच अडानी समूह के ऑस्‍ट्रेलियाई सीइओ लुकास डॉव ने कहा है कि हम अब अपने नए अनुरोधों के साथ इस प्रक्रिया की शुरुआत कर रहे हैं।

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