BareillyLive.आंवला। इफको यानि इंडियन फारमर्स फर्टिलाजर कोआपरेटिव लिमिटेड के आंवला संयंत्र में आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की गयी। साथ ही इस आपात प्रबंध परीक्षण के दौरान कर्मचारियों को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित भी किया गया।
बिना किसी पूर्व सूचना के रोजाना की तरह आँवला इकाई में लोग अपने आने काम में जुटे थे, तभी दोपहर तीन बजकर 4 मिनट पर अलर्ट के लिए तेज और धीमी आवाज में सायरन बजने लगा। सूचना फैली कि यूरिया-टू संयंत्र के अमोनिया पंप से रिसाव हो गया है,सिक्योरिटी, दमकल की गाड़ियां, एम्बुलेन्स और चिकित्सकीय सेवाएं एक्शन में आ गयीं।
तत्काल ही फायर सेफ्टी प्रमुख एनपी राव ने आंवला से अग्निशमन अधिकारी को सूचित किया और इफको आंवला इकाई के कारखाना प्रबन्धक एवं सिक्योरिटी सम्भाल रहे कर्नल मारवाहा ने थाना भमोरा, एसडीएम और क्षेत्राधिकारी आंवला को स्थिति से अवगत कराया।
34 मिनट में स्थिति नियंत्रण में करने की घोषणा
आनन-फानन में यूरिया संयंत्र के आस-पास कार्य कर रहे कर्मचारी जो गैस से प्रभावित हुए, उन्हें मौके पर पहुंची एंबुलेंस से इफको के अस्पताल लाया गया। गैस रिसाव से प्रभावित श्रमिकों को प्राथमिक उपचार के बाद इफको अस्पताल में शिफ्ट किया गया। 34 मिनट में स्थिति को नियंत्रण में करने की घोषणा कर दी गयी।
इस आपातकाल मॉक ड्रिल के बाद फायर सेफ्टी भवन के कक्ष में इफको प्रबंधन ने एक बैठक की जिसमें अपातकाल से निपटने के लिए विस्तार से चर्चा की गयी। आंवला इकाई प्रमुख आईसी झा ने बताया कि संयत्र में आपातकालीन रिहर्सल काराखाना अधिनियम के तहत न केवल वैद्यानिक आवश्यकता है बल्कि विपरीत स्थितियों में संयम रखते हुए स्थिति नियंत्रित पर दक्षता प्रदान करती है।
इस अवसर पर वरिष्ठ महाप्रबधन्क राकेश पुरी, वेंकट एस.के, मुकेश कुलश्रेष्ठ, संजीव सक्सेना, फायर एण्ड सेफ्टीएन पी राव के अलावा डा0 सुनीता, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सीपी सिंह, इंडियन आयल कारपोरेशन, एचपीसीएल, गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (गेल) के अधिकारी उपस्थित रहे।