बरेली। दरगाह शाहदाना वली के उर्स में बुधवार को अक़ीदतमन्दों ने दरगाह पर हाज़िरी देकर मन्नतों व मुरादों की चादरें पेशकर गुलपोशी की रस्म अदा की। नआत-ओ-मनकबत का नज़राना मौलाना मुदस्सर अली कश्मीरी और डाॅ. इसरार बेग नूरी ने पेश किया। कुल शरीफ के मौके पर बड़ी तादाद में अक़दीतमन्द मौजूद रहे।
जुहर की नमाज के बाद महफिल-ए-सिमा की महफिल में निज़ाम साबरी, शमीश सलीम, रहीम, शाहनवाज़, जावेद, अज़ीम अम्रोही ने अपने कलामों के ज़रिये बुजुर्गों की रूहानी ज़िन्दगी से रू-ब-रू कराया। रंग शरीफ पढ़ने के साथ ही हज़रत केले शाह बाबा के कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। दरगाह के प्रबंधक अब्दुल वाजिद खां बब्बू मियां ने कौम व मुल्क की सलामती व खुशहाली के लिए खुसूसी दुआ की। कुल शरीफ के मौके पर बड़ी तादाद में अक़दीतमन्द शामिल रहे।
इस मौके पर यूसुफ इब्राहीम, गफूर पहलवान, जावेद खां, बब्लू खां, अज़हर बेग, वसी खां, हाजी नईम वारसी, सलीम रज़ा, अकरम वारसी, परवेज़ खां, रफी खां, शानू घोसी, हनीफ घोसी, लाला घोसी, हाजी अबरार खां, शाकिर उर्फ मुन्शी, रज़वी पेन्टर आदि सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।